मंडी: जिला के लड़भड़ोल क्षेत्र के संदिग्ध मरीज में कोरोना वायरस नहीं पाया गया है। उक्त संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हो गई है जिसमें रिपोर्ट नेगेटिव बताई गई है। यानी इस व्यक्ति में कोरोना वायरस नहीं है और इसे सर्दी-जुखाम हुआ है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
बता दें कि उक्त व्यक्ति हाल ही में फ्रांस और थाईलैंड की यात्रा से वापिस लौटा था और इसे होम क्वारोंटाईन किया गया था। लेकिन स्वास्थ्य खराब होने के कारण पिछले कल इसे टांडा मेडिकल कॉलेज रैफर किया गया था। जहां इसके ब्लड सैंपल की जांच की गई तो उसमें रिपोर्ट नेगेटिव आई है। रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है। वहीं अच्छी खबर यह भी है कि नेरचौक मेडिकल कॉलेज से भेजे सभी 10 कोरोना संदिग्धों की सैंपल रिपोर्ट भी नेगेटिव पाई गई है। इनमें से कॉलेज के आइसोलेशन बार्ड में रखे आठ लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद आज उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।
ये सभी लोग हाल ही में विदेशों से लौटे थे, इसलिए इन्हें भारत में आने के बाद से 28 दिन की अवधि पूरी होने तक होम क्वारंटाइन में रहने की हिदायत दी गई है। इन्हें आज जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध करवाए गए वाहनों से उनके घर पहुंचाया गया। वर्तमान में नेरचौक अस्पताल में कोरोना संदिग्ध का एक भी मामला नहीं है। इसके अलावा अस्पताल में 2 लोग इंस्टीटयूटशनल क्वारंटाइन में रखे गए हैं। कोरोना को लेकर इनके सैंपल नहीं लिए गए हैं।
नेरचौक मेडिकल कॉलेज के एमएस डॉ.देवेंद्र शर्मा ने बताया कि सभी दस सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं। उन्होंने बताया कि सभी कोरोना वायरस को लेकर एहतियात बरतें और घरों में ही रहें। अनावश्यक तौर पर बाहर न निकलें। बता दें कि मंडी जिला में अभी तक कोई भी कोरोना का मामला सामने नहीं आया है। कुछ संदिग्धों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था, लेकिन जांच में रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है।