शिमला : प्रदेश विवि व काॅलेजों में छात्र संघ चुनावों पर रोक का मुद्दा गुरूवार को प्रश्नकाल के दौरान हिमाचल विधानसभा में उठा। प्रदेश सरकार ने छात्र संघ चुनाव को बहाल करने के संकेत दिए हैं। भाजपा विधायक विशाल नैहरिया द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि हिमाचल विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद (ई.सी.) अगर छात्र संघ के प्रत्यक्ष चुनाव करवाने की सिफारिश करती है, तो प्रदेश सरकार इस पर विचार करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के शिक्षण संस्थानों में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों पर मेरिट के आधार पर एससीए का गठन किया जाता है।
भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल विवि व इससे संबद्व काॅलेजों में एससीए का चयन अकादमिक वर्ष 2014 से मनोनयन आधार पर करवाया जा रहा है। एससीए के प्रत्यक्ष चुनाव प्रदेश विवि में कानूनी व्यवस्था बिगड़ने के मददेनजर वर्ष 2014 में प्रतिबंधित किए गए थे। विवि द्वारा मनोनयन आधार पर एससीए के गठन के लिए नियमावली के तहत विवि कार्यकारिणी परिषद ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गठित लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप किया जाता है।
उन्होंने कहा कि एससीए चुनाव का निर्णय हिमाचल विवि द्वारा किया जाता है। राज्य सरकार के पास जब विवि द्वारा चुनाव बहाली के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा, तभी परिस्थितियों का आकलन करने का निर्णय लिया जाएगा।
विशाल नैहरिया ने एससीए चुनाव की बहाली का आग्रह करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षाें से हिमाचल में एससीए के प्रत्यक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं। छात्र राजनीति से प्रदेश को अच्छे नेता व वक्ता मिले हैं तथा भविष्य में भी ऐसे नेता मिलेंगे। इसे देखते हुए सरकार को छात्र संघ चुनाव बहाल करने चाहिए। इससे पहले विधायक विशाल नैहरिया ने एससीए चुनाव की बहाली का आग्रह करते हुए कहा कि पिछले छह वर्षाें से हिमाचल में एससीए के प्रत्यक्ष चुनाव नहीं हो रहे हैं। छात्र राजनीति से प्रदेश को अच्छे नेता व वक्ता मिले हैं तथा भविष्य में भी ऐसे नेता मिलेंगे। इसे देखते हुए सरकार को छात्र संघ चुनाव बहाल करने चाहिए।