सोलन : सरकार व प्रशासन की लचर व्यवस्था के चलते शाहपुर के साथ लगते कोटला में खनन माफिया इतना निडर हो गया है कि उन्होंने उनके खिलाफ आवाज़ उठाने वाले पत्रकार व लोगों को सरेआम धमकाना शुरू कर दिया है। हैरानी की बात यह है कि इन लोगों को कानून व पुलिस का खौफ भी नहीं रहा है। प्रदेश की जयराम सरकार कई दफा खनन माफिया पर शिकंजा कसने की बात कह चुकी है। विधानसभा में भी इस मुद्दे पर तीखी नोकझोंक हो चुकी है। मगर बावजूद इसके धरातल पर कुछ भी नहीं हो पाया। सरकारी दावे घोषणाओं व कागजों तक ही सिमट कर रह जाते है।
खनन माफिया सरेआम कानून, नियम व सरकार के दावों की धज्जियां उड़ा मोटी कमाई करने में जुटा है। कोटला में खनन माफिया सरेआम खनन कर रहा है। इस बारे जब एक पत्रकार ने अपनी लेखनी के माध्यम से संबंधित विभाग के अधिकारियों की नींद खोलने का प्रयास किया था तो खनन माफिया ने उन्हें ही डराना धमकाना शुरू कर दिया।हैरानी की बात यह है कि खनन माफिया ने पुलिस के सामने भी पत्रकार को धमकियां दे डाली। पत्रकार ने हालांकि पुलिस में खनन माफिया के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है, लेकिन पुलिस के सामने पत्रकार को धमकाने के मामले ने कई प्रश्न पैदा कर दिए है।
पत्रकारों ने उठाई कार्रवाई की मांग
कोटला के पत्रकार को धमकाने पर पत्रकार जगत रोष में है। बददी, बरोटीवाला प्रेस क्लब के अध्यक्ष के ठाकुर, राजन कौंडल, उपाध्यक्ष ऋषि ठाकुर, छांगू, अभिषेक, पत्रकार भूपिंद्र, आर राणा, सुमित शर्मा, सुमित सिंगला व सचिन बेंसल ने खनन माफिया द्वारा पत्रकार को धमकाने के मामले में रोष प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि पत्रकार को खनन माफिया द्वारा धमकियां देना लोकतंत्र व पत्रकारिता पर बड़ा हमला है। इसे किसी भी सूरत पर सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार व पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठाई है।