सुंदरनगर : उपमंडल करसोग के देव दवाहली के मुख्य मंदिर पंचमुखी महादेव ल्याड में प्राचीन मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मामले को लेकर स्थानीय लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। आस्था से हुए इस प्रकार के खिलवाड़ को लेकर क्षेत्रवासियों ने प्रशासन व पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार करसोग के ल्याड स्थित देव दवाहली के मुख्य मंदिर में स्थापित प्राचीन मूर्तियों को कुछ अज्ञात लोगों द्वारा डंडे व पत्थरों से पीटकर नुकसान पहुंचाया गया है। मंदिर के प्रधान गुलाब सिंह ने कहा कि पिछले लगभग 1 महीने से किन्हीं शरारती तत्त्वों के द्वारा रात के अंधेरे में आकर मंदिर परिसर में स्थापित प्राचीन मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ और परिसर में गंदगी फैलाई जा रही हैं। इससे इलाके के माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है। लोगों में इस बात को लेकर भारी रोष है कि कोई अज्ञात व्यक्ति इस तरह मंदिर में तंत्र साधना के लिए इस तरह की घटना को अंजाम दे रहा है।
मंदिर कमेटी प्रधान का कहना है कि मंदिर में रखी गई बेशकीमती मूर्तियां महाभारत काल की है। स्वयं पांडवों द्वारा इस मंदिर का निर्माण किया गया है। गुलाब सिंह ने कहा कि मूर्तियों के साथ-साथ मंदिर परिसर में बने श्मशान घाट की चिमनी को भी शरारती तत्वों ने अपना शिकार बनाकर तोड़फोड़ और नुकसान किया गया है। उन्होंने इस संबंध में पुलिस थाना करसोग में शिकायत पत्र दिया है। पुलिस से मामले की छानबीन कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने का आग्रह किया हैं। ताकि भविष्य में इस तरह का कोई मामला सामने न आ सके और लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत न हो।
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