हमीरपुर : उत्तरी भारत के किसानों की तकदीर को बदलने का बीड़ा हमीरपुर के एनआईटी में पढ़ चुके छात्र सुनील कुमार कौशल ने उठाया है। सुनील कुमार कौशल जिला हमीरपुर के गलोड़ गांव से संबंध रखते है। उन्होंने एनआईटी हमीरपुर से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग करने के बाद प्रतिष्ठित सिम्बोसिस संस्थान पूणे ये ह्यूमन रिलेशन में एमबीए की है।
उन्होंने राइजिंग हिमाचल इनवेस्टर मीट धर्मशाला में अपना इनवेस्टमेंट प्रपोजल सरकार को दिया था और अब वह इसे हकीकत की जमीन पर उतारने के प्रयासों में जुट गए हैं। वे हमीरपुर में हार बूंबलू के पास चार करोड़ की लागत से एलोवीरा पर आधारित उद्योग स्थापित करने जा रहे हैं। यहां एलोवीरा सहित विभिन्न औषधीय पौधों के उत्पाद तैयार किए जाएंगे। सीएम स्टार्टअप के तहत स्वीकृत इस प्रोजेक्ट में सुनील को आईएचबीटी पालमपुर इनकूवेशन सेंटर दिया गया है, जहां वह एक साल के भीतर प्रोडक्ट्स तैयार कर उसे बाजार में उतारेंगे। उन्होंने उत्तरी भारत के किसानों से एलोवीरा खरीदने के लिए नैशनल मेडीसनल प्लांट बोर्ड के क्षेत्रीय एवं सुगमता केंद्र उत्तरी भारत, जोगेंद्रनगर के साथ करार किया है।
पंजाब में एलोवीरा की खेती कर रहा कम्प्यूटर इंजीनियर सुनील उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद एक प्रतिष्ठित कंपनी में बतौर प्रोफेशनल काम कर रहा था। वर्ष 2012 में अचानक उनके पिता की मृत्यु हो गई। सुनील नौकरी छोड़ घर लौट आए। वर्ष 2014 में उन्होंने रूद्वा शक्ति हब्र्स इंडिया कंपनी की स्थापना की और पंजाब में पचास एकड़ जमीन लीज पर लेकर वहां एलोवीरा की खेती शुरू की। वर्ष 2016 से वह विभिन्न कंपनियों के लिए एलोवीरा के विभिन्न उत्पाद तैयार कर रहे हैं। अब सुनील स्टार्टअप इंडिया के तहत हमीरपुर में अपनी यूनिट स्थापित करने जा रहे हैं।