भुंतर : शालीमार बाग में एक भव्य 20वें वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। इस समारोह में हजारों की संख्या में लोगों ने शिरकत की। जिसमे कई समाजसेवी, नेता, मंत्री, विधायक व अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे। सारा दिन हिमाचली संस्कृति से ओतप्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते रहे जिसमे केवल पहाड़ी गीत, संगीत, नृत्य, नाटी शामिल थे। स्वादिष्ट पहाड़ी धाम और खिचड़ी का स्वाद हज़ारों लोगों ने चखा।
समस्त कार्यक्रम की ऐंकरिंग कमान सभा के चेयरमैन रणजीत सिंह राणा और महा-सहिव कुलबीर सिंह राणा के हाथ मे रही। उन्होंने और अन्य गायकों ने अपने दिलकश पहाड़ी गीतों से श्रोताओं को नाचने झूमने पर मजबूर कर दिया।आए हुए विशिष्ट व्यक्तियों का सम्मान पहाड़ी टोपी, मफलर, शॉल से किया गया। उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने इस कार्यक्रम की अपार सफलता पर ख़ुशी ज़ाहिर की।शायद ही इससे बेहतरीन कार्यक्रम इससे पहले यहां हुआ हो।
हर मायने में सफ़ल रहा यह अद्भुत कार्यक्रम दीपकुमुद सुर संगम संगीत क्लब प्रेसिडेंट कुमुद शर्मा और दीपक ‘कुल्लुवी’ ने अपना लिखा पहाड़ी गीत ‘करी लेयां प्रीत मेरी जान काल्ला रा भरोसा क्या’ गाया। भाषा एवं संस्कृति विभाग शिमला और स्थानीय पहाड़ी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम लाजबाव थे। सांय सांय मत कर रावीए गीत और सुरेंद्र गौतम के बाबा बालक नाथ भजन ने सबका मन मोह लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा बालक नाथ की पूजा अर्चना से हुआ।