संगड़ाह: शायद इस बात की कल्पना नहीं की जा सकती कि आधुनिक दौर में आज भी लोगों को बिजली आपूर्ति नहीं मिलती। यकीन करना मुश्किल हो सकता है कि उपमंडल के गत्ताधार क्षेत्र की 8 पंचायतों के हजारों ग्रामीण 13 दिन से अंधेरे में डूबे हुए हैं। इसके साथ लगती शिलाई उपमंडल की 7 पंचायतों में भी बिजली गुल है। इस कारण बैंकिंग सेवा भी चरमरा गई है।
सवाल इस बात पर उठाया जा रहा है कि पिछले कई दिनों से मौसम साफ होने के बावजूद बिजली बोर्ड कहां सोया हुआ है। दीगर है कि वीरवार को एसडीएम के स्तर पर भी बिजली बोर्ड को सीआरपीसी 133 के तहत तलब किया गया है। राजगढ़ क्षेत्र में तो लोग खुद ही मरम्मत में लगे हुए हैं। दो टूक यह भी कहा है कि जब लोग खुद ही मरम्मत में लगे हैं तो किसी भी कीमत पर ठेकेदारों को रिपेयरिंग का भुगतान नहीं किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि आक्रोशित लोगों ने रोनहाट में ब्लैकआउट पर मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका था। इस पर पुलिस ने प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई को शुरू किया है। पुलिस का कहना था कि प्रदर्शन को लेकर कोई भी अनुमति नहीं ली गई थी।
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