नाहन : शहर के 8 वर्षीय लिटल ब्रूस ली “सक्षम” ने किक बॉक्सिंग के जगत में लंबी उड़ान भरी है। नन्हे सक्षम का चयन किक बॉक्सिंग की वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए हुआ है। हालांकि सक्षम अपनी प्रतिभा का लोहा कई मर्तबा मनवा चुका है। लेकिन यह पहला मौका है कि जब नन्ही उम्र में लिटल ब्रूस ली को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। 28 से 31 दिसंबर तक महाराष्ट्र के नासिक में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में सक्षम ने फाइट व वेपन के दो वर्गों में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं।
अहम बात यह भी है कि वेपन के वर्ग में सक्षम ने जूनियर वर्ग में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। शहर की वाइट टाइगर मार्शल अकादमी में कोच शुभम के सानिध्य में सक्षम ने पिछले वर्ष भी राष्ट्रीय स्तर पर फाइट की श्रेणी में स्वर्ण पदक हासिल किया था। मगर इस बार नन्हा किक बॉक्सर दो स्वर्ण पदक लेकर आया है। किक बॉक्सर ने न केवल शहर, बल्कि समूचे प्रदेश को गौरवान्वित किया है।
शनिवार को प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल ने भी इस उपलब्धि पर लिटल ब्रूस ली की पीठ थपथपाई। साथ ही भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। शिशु विद्या निकेतन स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे सक्षम के पिता भी ब्लैक बेल्ट हैं। पिता अजय व माँ मोनिका राजपूत के मुताबिक वर्ल्ड चैंपियनशिप का आयोजन अक्टूबर माह में हो रहा है। शिशु विद्या निकेतन स्कूल के प्रधानाचार्य कुंदन ठाकुर ने लिटल ब्रूसली की शिक्षा नि:शुल्क करने का फैसला 2 साल पहले ही ले लिया था। साथ ही इजिप्ट जाने के लिए भी परिवार को आर्थिक मदद का आश्वासन दिया है।
उधर एमबीएम न्यूज नेटवर्क के कार्यालय पहुंचे लिटल ब्रूस ली ने कहा कि वह जब 4 साल की उम्र के थे, तब से ही किक बॉक्सिंग में बेहतरीन परिणाम देने की कोशिश में लगे हुए हैं। बहरहाल नन्ही सी उम्र में सक्षम की उड़ान के पीछे माता-पिता का भी योगदान है। दीगर है कि नन्ही सी उम्र में सक्षम ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है।