शिमला : चंबा में जिला व सत्र न्यायधीश के पद पर तैनात राजेश तोमर ने हादसे में घायल महिला के अनमोल जीवन को बचाकर मानवता की एक ऐसी मिसाल पेश की है, जो प्रेरणादायक है।
दरअसल, चंबा-भरमौर नेशनल हाईवे पर हरदासपुरा के समीप सड़क हादसे में एक महिला सुमन कुमारी लहूलुहान स्थिति में दर्द से कराह रही थी। अपने भाई के साथ बाइक (एचपी48-3966) पर जाने के दौरान हादसा हुआ था। मौेके पर भीड़ तो जुट गई थी, लेकिन हर कोई यही इंतजार कर रहा था कि 108 घायल को लेकर जाएगी।
इसी दौरान मूलतः नाहन के रहने वाले जिला व सत्र न्यायधीश राजेश तोमर लंच से लौटते वक्त घटनास्थल पर पहुंच गए। महिला के लगातार बहते रक्त को देखकर तनिक भी विलंब नहीं किया। तुरंत ही पीएसओ नीरज ठाकुर व चालक को 108 के पहुंचने से पहले ही चंबा मेडिकल कॉलेज पहुंचा दिया। चाहते तो मौके से किसी अन्य वाहन का इंतजाम भी कर देते, लेकिन शायद वो समझ रहे थे कि इस व्यवस्था को करने में भी समय लग जाएगा। घायल महिला को अस्पताल में दाखिल करवाने के बाद कोर्ट पहुंचे। सैशन जज की इंसानियत को देखकर हर कोई उनके पुनीत कार्य की सराहना करने लगा।
दीगर है कि अमूमन सड़क हादसे का शिकार हुए लोगों से मार्ग पर गुजरने वाले वाहन या राहगीर किनारा कर लेते हैं। कुल मिलाकर समूचे प्रदेश में जिला व सत्र न्यायधीश की मानवता को लेकर खासी चर्चा हो रही है। पाठकों ने एमबीएम न्यूज नेटवर्क तक इस जानकारी को पहुंचाया। इसके बाद पड़ताल करने पर पता चला कि समूचे चंबा जनपद में तो इस मामले की चर्चा हो ही रही है, बल्कि चंबा की सीमा को लांघ कर प्रदेश के अन्यहिस्सों में भी सैशन जज की मानवता की प्रशंसा हो रही है।
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