हमीरपुर : सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की तरह अब जिले के 235 प्रारंभिक स्कूलों में भी बायो मेट्रिक मशीनें लगेंगी। इन स्कूलों में मशीनें लगने से स्टाफ के बंक मारने पर अंकुश लगेगा। हालांकि प्रथम चरण में विभाग चुनींदा स्कूलों में ही यह मशीनें लगाएगा। जबकि जिला में एलिमेंट्री विंग में 480 प्राथमिक और 113 मिडल स्कूल हैं। इनमें से प्रारंभिक चरण में 48 मिडल और 184 प्राइमरी स्कूलों में विभाग यह बायो मेट्रिक मशीनें लगाएगा। इसके लिए विभाग ने प्रक्रिया जारी कर दी है।
पूर्व में इन बायो मेट्रिक मशीनों में सिम डालने के लिए विभाग ने स्कूलों को ही अधिकृत किया था। मगर स्कूलों और अध्यापकों के विरोध के कारण अब विभाग ही इन मशीनों में सिम उपलब्ध करवाएगा। विभाग जिस क्षेत्र में जिस नेटवर्क का सिग्नल अधिक होगा। वही सिम इन मशीनों में स्थापित करेगा। इसके लिए विभिन्न नेटवर्क कंपनियों से कोटेशन संबंधी प्रक्रिया चली हुई है। इसके अलावा पूर्व के आदेशों के चलते कुछेक स्कूलों ने अपने स्तर पर भी सिम खरीद ली हैं।
बायो मेट्रिक मशीनें सिम संबंधी प्रक्रिया के बाद जल्द ही इन 235 स्कूलों में स्थापित की जाएगी। इसके बाद इन स्कूलों के स्टाफ सदस्यों को मशीनों से हाजिरी लगानी पड़ेगी। इससे अध्यापकों की अनुपस्थिति और बंक आदि पर रोक लगेगी। प्रारंभिक शिक्षा उपनिदेशक बीके नड्डा ने कहा कि प्राथमिक चरण में जिला के 235 प्रारंभिक स्कूलों में बायो मेट्रिक मशीनें लगाई जाएगी। इसकी प्रक्रिया जारी है। जल्द ही मशीनें स्कूलों में स्थापित कर दी जाएगी।
किस खंड में कितनी मशीनें लगेंगी
मिडल स्कूलों में हमीरपुर खंड के 13, सुजानपुर के 7, भोरंज के 9, नादौन के 5, बिझड़ी के 10 और गलोड़ के 4, प्राथमिक स्कूलों में हमीरपुर खंड के 38, सुजानपुर के 18, भोरंज के 43, नादौन के 26, बिझड़ी के 41 और गलोड़ के 21 स्कूलों में प्रारंभिक चरण में यह मशीनें लगाई जाएंगी।