बिलासपुर : अगर दिल में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो इंसान कठिन से कठिन कार्य भी कर लेता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाने की तमन्ना पाल रखी है तमिलनाडु के दो भाइयों ने। पंडिदुरई डी और कार्तिकेयन डी तमिलनाडु के गावं के वेलांगुडी जिला सिवगंगाई के रहने वाले हैं। ये दोनों भाई गिनीज बुक और लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज कराने के लिए 501 मंदिरों की यात्रा करने के लिए घर से निकल चुके हैं। घर से इन्हे पूजा-अर्चना के साथ ग्रामीणों ने झंडी दिखाकर इस यात्रा के लिए रवाना किया। इनके परिजनों और स्थानीय लोगों ने इनकी सफलता के लिए दुआएं भी मांगी। 501 मंदिर, 22 राज्य, 13 हजार किलोमीटर का सफर पूरा करेंगे।
दोनों भाइयों ने 7 नवंबर को यात्रा शुरू की थी। अब तक उन्होंने लगभग 28 दिनों में 318 मंदिरों की यात्रा पूर्ण कर ली है। जिनमें विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी का मंदिर 318 अन्य मंदिर हैं। अभी अपना पूरा टारगेट 501 मंदिरों की यात्रा को पूरा करना चाहते हैं। श्री नैना देवी जी में पहुंचकर जहां पर दोनों ने मां के दर्शन किए। वहीं पुजारी हरीश शर्मा ने पूजा-अर्चना करवाई। यहां इन्होने मां से आशीर्वाद मांगा की माता इनको अपने उद्देश्य में सफल करें, साथ ही वह गिनीज बुक और लिम्का बुक में अपना नाम दर्ज करवा सकें।
हालांकि 501 मंदिरों की यात्रा करने पर इन्हें 13हजार किलोमीटर का सफर तय करना पड़ेगा। अब तक 10 हजार 200 किलो मीटर तक का सफर तय कर चुके हैं। इन दोनों का कहना है कि वे कुछ अलग कर दिखाना चाहते थे। उन्होंने अब 501 मंदिरों की यात्रा करके अपना नाम दर्ज करवाने की हसरत पाल रखी है और इसे पूरा करके छोड़ेंगे।