सुंदरनगर : हिमाचल प्रदेश में बढ़ती ठंड के कारण कमरूनाग झील का पानी उप-शून्य तापमान के कारण जम गया चुका है। बता दें कि कमरुनाग झील करीब 9 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। 9 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित बड़ा देव कमरूनाग की पवित्र झील कड़ाके की ठंड से जम गई है। झील का पानी बर्फ की मोटी चादर में तबदील होचुका है।
इस झील की मान्यता है कि भीम ने इस झील का निर्माण किया जो पाताल से जुड़ा हुआ है। इस झील के पास कमरुनाग का मंदिर है जिसे हिमाचल प्रदेश का प्रसिद्ध देवता माना जाता है। इन्ही के नाम से ही यह झील जानी जाती है। जब श्रद्धालु मंदिर के दर्शन करने जाते है तो झील में मन्नत पूरी होने पर रुपए, सोने और चांदी के सिक्के डालते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि इस झील में करोड़ों का खजाना है। बता दें कि एक बार कुछ चोरों ने रात के समय पैसे चुरा लिए, लेकिन वापसी के समय चोरों की आँखों की रोशनी चली गई थी। तभी से लेकर आज तक इस झील से कोई भी पैसे नहीं निकाल पाया है। मगर हर वर्ष मंदिर कमेटी द्वारा झील की सफाई जरूर की जाती है।