नाहन : शहर में प्याज ने गृहणियों के आंसू निकाल दिए हैं। नाहन में प्याज के दाम ने शतक मार दिया है। शहर के बाजार से प्याज लगभग गायब है। शहर के सबसे बड़े सब्जी मार्किट बड़ा चौक में इतिहास में पहली मर्तबा प्याज गायब है। सब्जी विक्रेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया की सब्जी मंडी में मंगलवार को प्याज का थोक मूल्य 90 से 92 रुपये प्रतिकिलो पहुंच गया है। वहीं खुदरा मूल्य 100 रुपये प्रतिकिलो हो गया है।
पिछले एक सप्ताह से बड़ा चौक में सब्जी विक्रेता मंडी से प्याज खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। उनका कहना है की प्याज के आसमान छूते दाम इसकी मुख्य वजह है। एमबीएम प्रतिनिधि ने दिल्ली गेट से लेकर छोटा चौक तक दुकानों पर प्याज ढूंढने की कोशिश की मगर दो दुकानों के अलावा कहीं भी प्याज उपलब्ध नहीं था। जिन दुकानों पर प्याज था भी उसकी गुणवत्ता बेहद ख़राब थी। खुदरा मूल्य 100 रुपये से कम करने को दुकानदार राजी नहीं थे। उधर शहर के रेस्टोरेंट व ढाबो ने ग्राहकों को सलाद में प्याज परोसना लगभग बंद कर दिया है। वहां मूली के अलावा टमाटर ही ग्राहकों को सलाद के रूप में दिया जा रहा है।
वैवाहिक समारोह, धार्मिक कार्यक्रम व अन्य पार्टियों में प्याज महंगा होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। कईं गृहणियों ने कहा की जमाखोरी के चलते प्याज की किल्लत हुई है। उन्होंने प्याज खरीदना ही बंद कर दिया है। इन दिनों वह सब्जी व दाल में हींग व जीरे का छोंक लगा कर गुजारा कर रहे हैं। गृहणियों का मानना है की प्रशासन व सरकार जमाखोरी पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। जिसके चलते प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं। वहीं प्याज खरीदने आए एक सरकारी कर्मी ने जब प्याज का रेट पूछा तो मन मसोस कर दुकान से बाहर जाना ही उचित समझा। सब्जी विक्रेताओं का कहना है की अनिश्चितता के माहौल में वह मंडी से प्याज नहीं खरीद पा रहे हैं। सब्जी मंडी में पहले ही प्याज की आवक बेहद कम है।