नाहन : सोमवार दोपहर अढ़ाई बजे के आसपास अचानक ही गुरुद्वारा के सामने चौगान मैदान में हरे-भरे पेड़ पर कुल्हाड़ी चला दी गई। शहरवासी, इस बात को लेकर दंग रह गए कि आखिर ऐसा क्या हो रहा है। करीब आधा दर्जन पर्यावरण प्रेमियों ने इस करतूत को लेकर न केवल फोन पर संपर्क किया, बल्कि तस्वीरें व वीडियो भी प्रेषित की। इस घटना को लेकर केवल एक ही सवाल तलाश किया जा रहा था कि सरेआम हरे पेड़ पर कुल्हाड़ी क्यों चला दी गई।
शहरवासियों का यह भी कहना था कि पेड़ कहीं से भी कोई नुक्सान पहुंचाने की स्थिति में नहीं था। सीधे ही इस मामले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। पर्यावरणविद सुनील गौड़ उर्फ छुन्नू भाई ने कहा कि अगर इस तरह की घटनाएं जारी रही तो एक दिन स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। जब चाहे, जिसका मन करेगा वो अपनी सुविधा के लिए हरे-भरे पेड़ों पर कुल्हाड़ी चला देगा।
बताया जा रहा है कि पेड़ सिरमौर रियासत के वक्त का है। इसे काटने के पीछे कोई साजिश है या नहीं, इसकी जांच होनी चाहिए। उधर नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी अजमेर ठाकुर ने कहा कि उनकी जानकारी के मुताबिक पेड़ काटने के लिए कोई भी अनुमति जारी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वो तुरंत ही एसडीओ को जांच के लिए भेज रहे हैं। लेकिन आधे घंटे बाद कार्यकारी अधिकारी ने अपना बयान बदलते हुए परमिशन होने की बात कह डाली।
उधर देर दोपहर इस बाबत पेड़ को धाराशायी कर रही लेबर ने डीसी के स्तर पर दी गई अनुमति की प्रतिलिपि भी एमबीएम न्यूज नेटवर्क को उपलब्ध करवाई है। तर्क दिया गया कि पेड़ भीतर से खोखला हो चुका था, इसलिए इसे काटा गया है। यह तर्क लोगों के गले नहीं उतर रहा है।