मंडी : सरकाघाट उपमंडल के बड़ा समाहल गांव में 81 वर्षीय राजदेई के साथ हुई घटना का खुलासा होने के बाद अब उस गांव के अन्य लोग भी खुलकर आगे आकर अपनी आपबीती सुनाने लग गए हैं। आज बड़ा समाहल गांव के करीब एक दर्जन लोग सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा के साथ मंडी आए और यहां पत्रकारों से मुखातिब हुए। 70 वर्षीय कृष्णा देवी ने पत्रकारों को बताया कि 25 दिन पहले देवता की तथाकथित पुजारिन ने उसके साथ भी अमानवीय व्यवहार किया।
बुजुर्ग महिला को यह पता नहीं कि उसका दोष क्या था।लेकिन पुजारिन ने उसे गांव छोड़ने का फरमान सुना दिया और यह भी कहा कि गांव का जो भी व्यक्ति कृष्णा देवी के साथ नाता रखेगा उसके साथ गांव वाले नाता नहीं रखेंगे। यही नहीं तथाकथित पुजारिन ने गांव के बच्चों को इस महिला के यहां रहने पर उसके मुहं पर थूकने का भी फरमान सुनाया था। हालांकि किसी बच्चे ने ऐसी हरकत नहीं की। कृष्णा देवी बताती हैं कि वह इस घटना से इतना घबरा गई कि अपने मायके वालों के पास रहने के लिए चली गई।
वहीं अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की एफआईआर दर्ज करवाने वाले बड़ा समाहल गांव के रिटायर टीचर जय गोपाल भी आज मीडिया के समक्ष आए और आपबीती सुनाई। जय गोपाल ने बताया कि उसके घर पर तीन देवी-देवताओं के रथ लेकर कुछ लोग आए थे और घर पर काफी तोड़फोड़ भी की थी। कसूर सिर्फ इतना था कि घर पर दूसरे देवी-देवताओं की तस्वीरें भी लगा रखी थी। जय गोपाल ने बताया कि वह बचपन से देव माहूंनाग की पूजा करते आ रहे हैं और देवता को मानते भी हैं। लेकिन इससे पहले देवता के जो दो पुजारी थे,उन्होंने कभी भी किसी के साथ ऐसी अमानवीयता नहीं की।
उक्त पुजारिन के आने के बाद ही यह सारी घटनाए हो रही हैं। जय गोपाल भी इस घटना के बाद गांव छोड़कर किसी दूसरे स्थान पर रहने के लिए चले गए हैं। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता संजय शर्मा ने इस पूरे मामले की मेजिस्ट्रियल जांच करवाने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि मामला काफी संवेदनशील है और इसकी जांच मेजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी द्वारा की जानी चाहिए।