नाहन: क्या प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने भरत डॉ राजीव बिंदल को मंत्रिमंडल में ओहदा देंगे या नहीं। इस बात की चर्चा ठीक उस दिन से चल रही है, जिस दिन अंतरर्राष्ट्रीय श्री रेणुका मेले के उद्घाटन के अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने कहा था कि मुख्यमंत्री ने उन्हें अपना भरत बनाकर भेजा है। गौरतलब है कि इससे पहले किन्नौर उत्सव के समापन पर भी मुख्यमंत्री ने अपनी जगह पर विधानसभा अध्यक्ष को भेजा था,क्योंकि मुख्यमंत्री खुद ग्लोबल इन्वेस्टर मीट को लेकर व्यस्त थे।
अहम बात यह है कि जिस दिन अंतरराष्ट्रीय रेणुका मेले का उद्घाटन था, ठीक उसी दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धर्मशाला पहुंचे थे ।लेकिन विधानसभा अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय रेणुका जी मेले का उद्घाटन कर रहे थे। चाहते तो धर्मशाला भी जा सकते थे। मुख्यमंत्री द्वारा अपनी जगह विधानसभा अध्यक्ष को भेजा जाना व खुद डॉ. राजीव बिंदल का यह कहना कि वह मुख्यमंत्री के भरत बनकर आए हैं, इस बात पर मोहर लगा रहा है कि नज़दीकियां बढ़ गई हैं।
मुख्यमंत्री ने पहले कहा था कि विधानसभा के उपचुनाव के बाद मंत्रिमंडल के दो पद भरे जाएंगे, इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मशाला की ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल होगा। लिहाजा अब नजरें इस बात पर टिकी हुई हैं कि उपचुनाव को निपटे भी समय हो चुका है साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर मीट भी निपट चुकी है, अब कब मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कब करेंगे। सनद रहे कि इन दिनों विपक्ष इस बात का भी आरोप लगा रहा है कि प्रदेश में बीजेपी मुख्यमंत्री व केंद्रीय राज्य मंत्री के गुटों में बंट गई है।
अगर विपक्ष के आरोपों में दम है तो निश्चित तौर पर सीएम भी अपने पाले को मजबूत करना चाहेंगे। डॉ बिंदल को पार्टी में कुशल प्रबंधक माना जाता है। भाजपा के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के भी डॉ राजीव बिंदल काफी करीबी रहे। कुल मिलाकर देखना यह है कि विधानसभा अध्यक्ष को मंत्री की कुर्सी मिलती है या नहीं।
दीगर है कि मंगलवार को रेणुका जी मेले के समापन के दौरान विधानसभा अध्यक्ष भी सीएम के साथ- साथ थे, यह अलग बात पार्टी नेताओ को भीड़ की वजह से मन की बात नहीं हो पाई होगी। अगर बिंदल को पद मिलता है तो नाहन निर्वाचन क्षेत्र को पहली बार कैबिनेट रैंक मिलेगा ,70 के दशक में एक मर्तबा श्यामा शर्मा को राज्य मंत्री का रुतबा मिला था।