सोलन: बेइमानी और भ्रष्टाचार के दौर में आज भी हमारे समाज में ऐसे लोग मौजूद हैं, जो नैतिकता व ईमानदारी निभाने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं। ऐसी ही ऐसी ही शख्सियत बिलासपुर के सतविंदर सिंह हैं। सतविंदर सिंह ने मंदिर के बाहर मिले पर्स को संबंधित परिवार तक पहुंचाकर न केवल ईमानदारी की मिसाल पेश की, बल्कि समाज की बुराईयों को भी आईना दिखाया है। बेशक सतविंदर सिंह इसे अपनी नैतिक जिम्मेदारी मानते हैं, लेकिन जिस परिवार को गुम हुआ पर्स वापिस मिला वह खुशी के मारे सतविंदर को दुआएं देते नहीं थक रहे हैं।
दरअसल सोलन हाऊसिंग कॉलोनी निवासी राजीव शर्मा सिरमौर के हरिपुरधार स्थित भंगायनी माता के दर्शन करने गए थे। दर्शन के बाद परिवार रेणुकाजी के लिए रवाना हो गया। इस बीच राजीव को फोन आया कि उनकी माता सुशीला शर्मा का पर्स हरिपुरधार में मंदिर के बाहर ही रह गया। सतविंदर ने पर्स में रखे मोबाइल से राजीव शर्मा के भाई को फोन कर पर्स मिलने की सूचना दी।
चालक सतविंदर से संपर्क किया गया तो उसने बताया कि वह भी रेणुका जी ही आ रहा है। आप वहीं मुझ से पर्स ले लेना। कुछ समय पर सतविंदर वहां पहुंचा और पर्स परिजनों को लौटाया। इससे राजीव शर्मा व उनकी माता खुशी से फूले नहीं समाए। साथ ही बिलासपुर निवासी की ईमानदारी की जम कर सराहना की। राजीव ने बताया कि पर्स में करीब 3 हजार कैश, मोबाइल, एटीएम, आधार व पेन कार्ड था।