सोलन : आधुनिक युग में जहां देश चांद पर पंहुच गया है तो वहीं प्रदेश में विकास व बेहतर शिक्षा का दम भरने वाली जय राम सरकार द्वारा आज भी मंदिरों में छात्रों की पढ़ाई करवाई जा रही है। सवाल तब ओर खड़े होते हैं जब पता चलता है कि टकसाल स्कूल प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के गृह क्षेत्र में आता है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब मंत्री महोदय के गृह क्षेत्र में स्कूल के ऐसे हाल हैं तो प्रदेश के अन्य स्कूलों में कैसे होंगे।
जानकारी अनुसार सरकार द्वारा टकसाल स्कूल को अपग्रेड तो कर दिया गया है, लेकिन 3 साल बीत जाने के बावजूद भी स्कूल को अपना भवन नसीब नहीं हो पाया है। टकसाल स्कूल मंदिर परिसर में चल रहा है। ऐसे में यहां छठी से आठवीं कक्षा तक के करीब 125 छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मंदिर में 2 हॉल हैं जिनमें तीनों कक्षाएं लगती है। वहीं जब मंदिर में कोई भी धार्मिक कार्यक्रम होते हैं तो सभी कक्षाएं एक ही हॉल में लगती हैं। टकसाल स्कूल मुख्याध्यापक कंवल सरूप की मानें तो छठी से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए कमरों व बरामदे का निर्माण होना था, लेकिन अभी तक सिर्फ पिलर ही बने हैं। लंबे समय से काम बंद पड़ा है।
उन्होंने बताया कि जहां पर नए भवन का निर्माण होना है वहां डंगो का लगना जरुरी है। जिसके लिए उन्होंने पंचायत व अपने उच्च अधिकारियो को कई बार लिखा है। यह हैरानी की बात है कि 3 कक्षाओं के लिए सिर्फ दो कमरों का निर्माण किया जा रहा है। प्रदेश सरकार के विकास व शिक्षा के दावे यहां खोखले होते नजर आ रहे हैं।