सोलन : डॉ. यशवंत सिंह परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के पूर्व कुलपति डॉ. विजय सिंह ठाकुर को लाईफटाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए नामित किया गया है। डॉ. विजय ठाकुर प्रदेश के पहले ऐसे वैज्ञानिक हैं जिन्हें बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए गत दो साल के भीतर 2 बड़े अवार्ड प्रदान किए गए हैं। नौणी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ. विजय सिंह ठाकुर की इस उपलब्धि से भारतवर्ष में पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश का नाम रोशन हुआ है। भारतीय बागवानी विज्ञान अकादमी दिल्ली ने डॉ. विजय सिंह ठाकुर का चयन लाईफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड के लिए किया है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 29 नवम्बर, 2019 को आयोजित एक सम्मान समारोह में नौणी विवि के पूर्व कुलपति डॉ. विजय सिंह को बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए जीवन का सबसे बड़ा लाईफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रदान किया जाएगा। पूर्व कुलपति डॉ. विजय सिंह द्वारा बागवानी सहित अन्य विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने का ही परिणाम हैं कि उनका चयन देश में बागवानी के सबसे बड़े अवार्ड के लिए हुआ है। यह पुरस्कार बागवानी अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान एवं बागवानी में मानव संसाधन विकास पर केंद्रित शैक्षिक नेतृत्व के लिए दिया गया है। ठाकुर को पुरस्कार में 51 हजार रूपए, स्वर्ण पदक, प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश से शायद डॉ. विजय सिंह ठाकुर इस अवार्ड को प्राप्त करने वाले पहले बागवानी वैज्ञानिक होंगे। बताते चले कि ठाकुर को वर्ष 2018 में फु्रट साइंस गोल्ड मेडल के पुरस्कार से अलंकृत किया जा चुका है। उन्हें यह अवार्ड बागवानी सोसाइटी ऑफ इंडिया द्वारा बागवानी में आरएंडडी के लिए उत्कृष्ट योगदान देने के लिए प्रदान किया गया है। बागवानी के क्षेत्र में जटिल शोध कार्यों के सफल क्रियान्वयन में डॉ. ठाकुर का कोई सानी नहीं है। बागवानी के प्रति उनके समर्पण तथा इसमें सफल शोध कार्य करने का ही परिणाम रहा है कि उनका चयन यूरोपियन रिसर्च ऑफ यूनियन के लिए हुआ। यहां भी उन्होंने पांच देशों के वैज्ञानिकों के साथ कई अनुसंधान कार्यों को अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है।