शिमला : धर्मशाला में 7 व 8 नवंबर को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर मीट 1100 से अधिक निवेशक भाग ले रहे हैं। संयुक्त अरब अमिरात (यूएई) इस इवेंट का सहभागी देश है। मीट में कुल 8 सत्र होंगे, जिसमें से एक विशेष सत्र यूएई का रहने वाला है। इसमें देश के नामी गिरामी औद्योगिक घराने भाग ले रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का शुभारंभ स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगी, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समापन अवसर पर भाग लेंगे।
इसके अलावा कई केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी, रेल व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, पयर्टन मंत्री प्रहलाद पटेल, केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर भी इसमें शिरकत करेंगे। यह जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज शिमला में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट को लेकर आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए दी। उन्होंने कहा कि इन्वेस्टर मीट में 16 देशों के राजदूत व व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी शिरकत करेंगे। इनमें यूएई, मलेशिया, नीदरलेंड, जर्मनी, वियतनाम, सिंघापुर, ओमान, इजरायल, आस्ट्रेलिया, अमेरिका, रशिया, मोरिशस, स्वीटजरलैंड, ब्रिटेन, कंबोडिया, लोओस व बंगलादेश शामिल है।
उन्होंने कहा किइन्वेस्टर मीट के लिए 85 हजार करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा था, जिसमें से अब तक 83 हजार करोड़ रूपए के एमओयू साईन हो चुके हैं। मीट के दौरान कुल 8 सत्र होंगे। उन्होंने केंद्र की ओर से 10 करोड़ रुपए जारी करने के लिए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि इसके लिए बाहर से अधिक से अधिक सहायता मिले, ताकि हिमाचल पर कम से कम बोझ पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्वेस्टर मीट के बाद भी प्रदेश में निवेश के लिए प्रयास जारी रहेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आर्थिक मंदी का इन्वेस्टर मीट पर असर नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा किइन्वेस्टर मीट के लिए अब तक ऊर्जा क्षेत्र में सबसे अधिक निवेश के एमओयू हुए हें। ऊर्जा क्षेत्र में 27812 करोड़ रूपए निवेश के एमओयू हुए हैं। इसी तरह पयर्टन में 15 हजार करोड़ के 192 एमओयू, उद्योग में 13700 करोड़ के 207 व हाऊसिंग में 12000 करोड़ के 31 एमओयू हुए हैं।