सुंदरनगर : हिमाचल प्रदेश में मंदिरो के नाम पर अपने धंधे चलाने वालो लोगो पर विश्व हिंदू परिषद ने कड़ा सज्ञान लिया है। विश्व हिंदू परिषद ने प्रदेश सरकार से हिमाचल में मंदिरों की देखरेख करने के लिए श्राइन बोर्ड की स्थापना करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि अगर प्रदेश के मंदिरो को श्राइन बोर्ड से जोड़ा जाता है तो मंदिरो के नाम पर धंधे चलाने वालों पर लगाम लगेगी।
विश्व हिन्दू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने कहा कि विश्व हिंदू परिषद ने कुछ मुद्दों को लेकर प्रदेश भर में जनजागरण अभियान शुरू किया है। सरकार के ध्यान में लगातार मुद्दे लाए जा रहे है उन्होंने सरकार द्वारा धर्मातरण विरोधी बिल पास किया है। ये सरकार का एक ऐतिहासिक निर्णय था। उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस बिल को जल्द से जल्द इम्प्लोमेन्ट कर इसकी जल्द नोटिफिकेशन की जाए।
लेखराज राणा ने कहा कि इस समय हालात ऐसे है कि ईसाई मशीनरिया हिंदुओ का धोखे से धर्म परिवर्तन करवा रही है। उन्होंने कहा अगर लोग ईसाई बन रहे है तो उन्हें अपने नाम का भी परिवर्तन करना होगा। वे हिंदू नाम रख ईसाई धर्म का प्रचार नहीं कर सकते। अगर ये धोखा करते है तो उनके खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई की जाए।
मंदिरो की देख रेख के लिए करे श्राइन बोर्ड की स्थापना :
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत अध्यक्ष लेखराज राणा ने कहा कि प्रदेश में बड़े मंदिर और आर्थिक दृष्टि से सही मंदिर हैं उनका तो सरकार अधिग्रहण कर रही है, लेकिन जो अन्य मंदिर है उनके लिए नहीं सोचा जा रहा है। जो बड़े मंदिर हैं उनका पैसा डिप्टी कमिश्नर के पास पहुंच रहा है। वे उस पैसे को अपने हिसाब से खर्च रहे हैं, लेकिन सही मायने में इसका खर्चा हिंदू धर्म के प्रचार और प्रसार के लिए होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में बहुत से ऐतिहासिक मंदिर है जिनकी आय कम है। उन मंदिरो की देखरेख अच्छे से नहीं हो रही है। उन्होंने सरकार से मांग की है कि हिमाचल में मंदिरों की देखरेख करने के लिए श्राइन बोर्ड की स्थापना की जाए, ताकि प्रदेश में मंदिरो के नाम पर धंधा चला रहे लोगो पर लग़ाम लग सके। ऐसा करने से न केवल मंदिरों का उद्धार होगा बल्कि प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेगें। उन्होंने गौ रक्षा के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने का भी आग्रह किया है।