ऊना : 922 करोड़ रुपए लागत की स्वां नदी तटीकरण परियोजना में बड़े पैमाने पर गोलमाल व चहेतों को लाभांवित किया जा रहा है। यह आरोप ऊना मुख्यालय पर सर्किट हाऊस में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए विधायक सतपाल रायजादा ने लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि तटीकरण परियोजना में नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। चहेतों को लाभांवित करने के लिए कहीं पर दो-दो खड्डों के टैंडरों को क्लब किया जा रहा है तो कहीं एक ही खड्ड को चार-चार भागों में बांटकर टैंडर किए जा रहे हैं।
रायजादा ने कहा कि फ्लड डिवीजन गगरेट में करीब 74 करोड़ रुपए की लागत वाले 10 तटीकरण कार्य को 4 कार्यों में तबदील कर अपने चहेते ठेकेदारों को लाभांवित करने का प्रयास किया है। इसमें भैरा-पंजोड़ा व अंब वाली खड्ड, कुठैड़ा जसवालां व गगरेट खड्ड, मवासिंधियां व कलोह खड्ड तथा टटेहड़ा व बडोह खड्ड के टैंडरों को क्लब किया गया है, जबकि 25 करोड़ लागत वाली बदोली-त्यूड़ी लालसिंगी खड्ड के एक टैंडर को चार भागों में विभाजित कर दिया गया है।
उन्होंने इन दोनों मामलों में अलग-अलग मापदंड अपनाए जाने पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि दो-दो खड्डों के टैंडर को क्लब करने के निर्णय पर आईपीएच विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी आपत्ति जताई है, लेकिन उनके निर्णय को भी ताक पर रखकर टैंडर लगा दिए गए। उन्होंने खुलासा करते हुए कहा कि 2 सितम्बर 2019 को आईपीएच विभाग के विशेष सचिव ने दो-दो खड्डों के तटीकरण के टैंडर को क्लब करने के निर्णय पर ईएनसी व चीफ इंजीनियर प्रोजेक्ट को पत्र लिखकर इसे सही प्रेक्टिस नहीं करार दिया था। क्लबिंग का विरोध किया था, लेकिन इसके बावजूद 7 सितम्बर को फ्लड डिवीजन गगेरट ने दो-दो खड्डों की क्लबिंग कर टैंडर जारी कर दिए।
विधायक ने प्रदेश सरकार से इन टैंडरों को रद्द करने और पुरे प्रकरण की जाचं करवाकर दोषियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार इस मामले में कार्रवाई अमल में नहीं लाती तो कांग्रेस पार्टी इस गोलमाल के विरुद्घ जनांदोलन खड़ा करेगी व सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी।