सोलन (एमबीएम न्यूज) : जाबली स्थित विद्युत उपकरण बनाने वाले एचपीएल एवं हिमाचल एनर्जी उद्योग में शुक्रवार को पुलिस व हड़ताली कामगारों के बीच जमकर लात घुसे चले। पुलिस की बर्बरतापूर्ण कार्रवाही से घबराकर दर्जनों महिला तथा पुरुष कामगार अपनी जान की परवाह किए बिना ही साथ लगते नाले में कूद गए। पुलिसियां डंडे एवं गिरफ्तारी के खौफ से घंटों तक कामगार जाबली के बगल से बहने वाले नाले में दुबके रहे। पुलिस तथा कामगारों के बीच हुई झड़प में चार महिलाओं सहित एक पुलिस जवान भी चोटिल हुआ है।
अपनी मांगों को लेकर कई दिनों से हड़ताल पर चल रहे करीब आठ सौ अनुबंध कामगारों ने उद्योग प्रबंधकों के खिलाफ संघर्ष का बिगुल बजाया हुआ है। मुद्दे को हल करने के लिए उद्योग प्रबंधकों तथा कामगारों के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी है,लेकिन मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा है। उद्योग में कानून व्यवस्था बनी रहे इसके लिए भारी मात्रा में पुलिस बल को कई दिनों से तैनात किया हुआ है।
इस एक्शन मेेंं चार महिला कामगारों को चोटें आई हैं। 108 एंबुलेंस के जरिये दो जख्मी महिला कामगारों को ईएसआई अस्पताल परवाणू उपचार के लिए पहुंचाना पड़ा। हालांकि इस कार्रवाही में पुलिस का एक जवान भी चोटिल हुआ है। करीब पांच दर्जन कामगारों को पुलिस हिरासत में लेकर पुलिस थाना परवाणू ले गई। पुलिस की ओर से कामगारों पर लाठियों की जगह ताल-घुसों का जमकर प्रयोग किया गया। कुछ कामगारों ने पुलिस पर लाठीचार्ज करने का आरोप जरूर लगाया है।
कई घंटों तक उद्योग परिसर में स्थिति तनावपूर्ण बनी रही। मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस को उद्योग परिसर में बुलाना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पुलिस की ओर से राह चलते लोगों को भी बेवजह अपने वाहनों में कैद किया गया है,जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
यहीं, बल्कि पुलिस की इस कार्रवाई को कैमरे में कैद कर रहे कई मीडिया कर्मियों से भी बदसलुकी व उपकरणों को छुड़ाने के निंदाजनक प्रयास किए गए। हालांकि पुलिस अपनी कार्रवाही को पूरी तरह से नियमानुसार सही ठहरा रही है।
वहीं कई श्रमिक एवं सामाजिक संगठनों ने पुलिस कार्रवाही की कड़े शब्दों में निंदा की है। घटनाक्रम के दौरान मौके पर मौजूद पंचायत प्रधान गणेश दत्त अत्रि, नरेश अत्रि, वार्ड पंच बिलो नेगी, स्थानीय रूबीन, रमन लाल अत्रि ने मामले को पुलिस द्वारा बेवजह तूल देने की बात कही गई। वहीं दूसरी ओर एटक के प्रदेशाध्यक्ष जगदीश भारद्वाज ने पुलिस की कार्यवाही को कायरतापूर्ण करार दिया है। उन्होंनें कहा कि इसके विरोध में प्रदेश भर में एटक प्रदर्शन करेगी। जिसके लिए उन्हें विभिन्न ट्रेड यूनियन व राजनैतिक दलों से भी समर्थन मिल रहा है।
डीएसपी परवाणू प्रमोद चौहान ने बताया कि प्रदर्शनकारी कामगारों ने मार्च के दौरान उद्योग के निकट एनएच-22 पर बैठकर हाइवे को जाम करने का प्रयास किया है, जिसके चलते पुलिस को कामगारों पर एक्शन लेना पड़ा है। कामगारों के पथराव से पुलिस का एक जवान भी चोटिल हुआ है। पुलिस कैमरा फूटेज के आधार पर प्रकरण के मुख्य दोषियों पर कार्रवाही करेगी तथा अन्य कामगारों को छोड़ दिया जाएगा।