चंबा : अपने परिवार से मिलने की उम्मीद खो चुके एक व्यक्ति के जीवन में पुलिस आशा की किरण बनकर आई और 7 साल बाद बिछड़े परिवार को मिला। जिसके बाद परिवार के खुशी के आंसू रोके नहीं रूक रहे। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सिल्लाघाट धान आशा कुमारी ने पुलिस थाना सदर में दूरभाष द्वारा सूचना दी कि एक व्यक्ति सिल्लाघाट में संदिग्ध परिस्थितियों मे घुमता है। जिस पर पुलिस टीम सिल्लाघाट पहुंची, जहां पर स्थानीय व्यक्ति शक्ति प्रसाद ने बताया कि उक्त व्यक्ति जड़ेरा की तरफ से पैदल आया, जो उनके पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है।
व्यक्ति ने बड़ी मुश्किल से अपना नाम व पता सुरेन्द्र यादव (48) पुत्र राम नाथ यादव गांव छतलासल, पखड़ी जिला वालिया, उत्तर प्रदेश बताया। यहां आने का कारण पूछने पर उसने बताया कि वह माथा टेकने आया है। जिसके बाद स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान के माध्यम से पुलिस को सूचित किया। पुलिस दल ने भी उक्त व्यक्ति से बार-बार पूछताछ की जिस पर उसने उक्त जानकारी ही दी। पुलिस टीम ने व्यक्ति द्वारा बताए गए पते पर संपर्क किया और वहां कार्यरत पुलिस कर्मचारी उमेश यादव से संपर्क करके उपरोक्त स्थिति से उन्हे अवगत किया।
उपरोक्त व्यक्ति का पता व फोटो भी व्हाट्सएप भेजा, जिस पर केवल 10 मिनट के भीतर ही पुलिस थाना से जबाब आया कि सुरेंद्र यादव का पता व फोटो सही है। बाद मे सुरेन्द्र यादव की बात वीडियो कॉल के माध्यम से उसके भाई सुमन यादव तथा पत्नी से कारवाई गई। उन्होंने बताया की वह सात साल से लापता है।
थाना पखड़ी उत्तर प्रदेश से एक पुलिस टीम व्यक्ति को ले जाने के लिए चंबा के रवाना की गई। इस मामले मे स्थानीय ग्राम पंचायत व प्रधान का भी काफी सराहनीय योगदान रहा, जिन्होंने सुरेन्द्र यादव को सुरक्षित रखा व पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस दल ने व्यक्ति को खाना खिलाने, शेव व कटिंग करवाने के बाद थाना सदर चंबा के आवास मे सुरक्षित रखा है तथा उसके परिवारजनों का इंतजार किया जा रहा है।