संगड़ाह : गिरी नदी के साथ लगते गांव शेऊ-बाग की पेयजल योजना पिछले आठ माह से बंद होने के चलते ग्रामीण तब से अब तक गिरी नदी का असुरक्षित पानी पीने पर मजबूर है। संबंधित अधिकारियों द्वारा बार-बार शिकायतों के बावजूद लाइन की मुरम्मत न किए जाने से परेशान ग्रामीणों द्वारा इस बारे हिमाचल के सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री को भी लिखित शिकायत भेजी गई है।
दीपक कुमार, भगतराम, धनवीर सिंह, शिशुपाल, कौशल्या देवी, दीवान सिंह व रोशनी देवी आदि दो दर्जन के करीब ग्रामीणों ने शिकायत पत्र की प्रति के साथ जारी बयान में कहा कि बरसात में नदी का पानी गंदा होने के चलते उनकी परेशानी कईं गुना बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि इस बारे कईं बार विभाग के सहायक अभियंता जमटा तथा स्थानीय कनिष्ठ अभियंता को शिकायतें किए जाने के बावजूद पेयजल आपूर्ति बहाल नहीं की गई।
ग्रामीणों के अनुसार इस बारे गुरुवार को आईपीएच विभाग के ऑनलाइन हेल्पलाइन नंबर पर भी शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि दिसंबर 2018 में बंद हुई उक्त पेयजल योजना की मुरम्मत के लिए वह श्रमदान करने को भी तैयार हैं। मगर विभाग के स्थानीय लाइनमैन उनके पास समय न होने की बात कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पेयजल योजना बंद होने से गांव के 18 परिवारों के साथ-साथ स्थानीय प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। विभाग के सहायक अभियंता जोगिंद्र सिंह ने बताया कि स्टाफ की कमी के चलते करीब 20 साल पुरानी उक्त पेयजल योजना की मुरम्मत में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि गांव में बने लिंक रोड से भी लाइन क्षतिग्रस्त हुई।