नाहन : शहर के मेडिकल कॉलेज में हर कोने में एक शख्स हर वक्त नजर आता है, उसका मकसद होता है गरीबों की मदद करना। वो शख्स है, 32 साल का राम सिंह। शहर में राम सिंह आज परिचय का मोहताज नहीं है। हर कोई उसे रामू कहकर भी पुकारता है। मेडिकल कॉलेज या अन्य जगहों से शवों को ढोने का रिकॉर्ड नाहन में रामू के नाम पर ही दर्ज है।
पिछले 10 सालों में अब तक हजारों शवों को ढो चुके हैं। ऐसे दुख के वक्त में लोगों के काम आए, जब कोई भी टैक्सी चालक शव ले जाने को तैयार नहीं होता था। लगभग दो साल से मेडिकल कॉलेज में मरीजों के तिमारदारों के लिए भंडारे का आयोजन भी करते आ रहे हैं। अब ताजा मामले में राम सिंह ने लावारिस लाशों के अंतिम संस्कार का बीड़ा उठाया है। इस नेक कार्य में अग्रवाल मोटर्स के मालिक अजय कांत अग्रवाल पहले सहयोगकर्ता भी बन गए हैं।
राम सिंह ने बताया कि लावारिस लाश के अंतिम संस्कार के लिए उन्हें मोबाइल नंबर 98828-40013 या फिर अजय कांत अग्रवाल को 94180-23558 पर संपर्क किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि पांवटा साहिब में हेमंत शर्मा को आज लावारिस लाशों के मसीहा के नाम से पहचाना जाता है। कई मर्तबा नाहन में भी गरीबों को अंतिम संस्कार में परेशानी का सामना करना पड़ता है या फिर शव को ले जाने के लिए वाहन नहीं मिलता है।
गौरतलब है कि समाजसेवक के तौर पर अपनी पहचान बना चुके राम सिंह इस समय जिला रैडक्रॉस सोसायटी में चालक के तौर पर कार्यरत हैं।