शिमला: राजधानी में मानसून की बारिश कहर बनकर बरस रही है। वर्षा जनित अलग-अलग घटनाओं में जिले में 10 लोगों की जान गई है। बालूगंज थाना क्षेत्र के तहत आने वाले आरटीओ इलाके में भूस्खलन की घटना में दो बेटियों सहित मां की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में पिता जख्मी है और उसका आइजीएमसी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सोलन के अर्की निवासी दो भाइयों का परिवार आरटीओ के पास एक मकान में रह रहा था। आज प्रातः भारी वर्षा के बाद बड़े ल्हासे मकान पर आ गिरे। इस घटना में परिवार के चार लोग मलबे की चपेट में आ गए। एनडीआरएफ की टीम ने प्रभावितों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने तीन लोगों को मृत करार दिया। इनकी शिनाख्त कृष्णा (42) पत्नी हरि दास और इनकी दो बेटियों 15 वर्षीय विशाखा व 18 वर्षीय दिव्या के रूप में हुई है। हादसे में घायल हुए हरिदास की हालत खतरे से बाहर है।
पुलिस के मुताबिक भूस्खलन की चपेट में आये मकान में दो भाइयों हरिदास और सुरेंद्र का परिवार रहता था। हादसे के ठीक पहले सुरेंद्र का परिवार बाहर आ चुका था, अन्यथा जानी नुकसान और बढ़ सकता था।
उधर, शिमला के जुब्बड़हट्टी इलाके के सुजाणा गांव में भूस्खलन से 42 वर्षीय महिला की मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब महिला पशुशाला में पशुओं को बांध रही थी। इसी बीच पशुशाला की पिछली तरफ से मलबा गिरा और महिला इसकी चपेट में आ गई।
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