नाहन: डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज में शनिवार शाम लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। हालांकि इस मामले में कॉलेज प्रशासन का अधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन अगर 65 वर्षीय रोगी प्रेम दत्त के बेटे ओम प्रकाश की मानें तो ऑनलाइन डिस्चार्ज न होने की वजह से आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल सकता।
दरअसल कॉलेज द्वारा पच्छाद के रहने वाले प्रेम दत्त को पीजीआई के लिए रैफर कर दिया गया। इस बात को भी सुनिश्चित नहीं किया गया कि ऑनलाइन डिस्चार्ज न होने की वजह से रोगी को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिलेगा। चूंकि बेटा अपने पिता को चंडीगढ़ ले जाने की स्थिति में नहीं था, लिहाजा वो आयुष्मान योजना के कारण उन्हें निजी अस्पताल ले गया।
अच्छी बात यह रही कि एमबीएम न्यूज नेटवर्क की दखल पर साईं अस्पताल ने तुरंत ही मरीज का निशुल्क इलाज शुरू कर दिया। अस्पताल के चेयरमैन डॉ. दिनेश बेदी ने कहा कि रोगी को उपचार दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आयुष्मान योजना का लाभ उसी सूरत में मिलता है, जब ऑनलाइन डिस्चार्ज कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि आयुष्मान की औपचारिकताएं बाद में भी पूरी कर दी जाएंगी।
उधर रोगी के बेटे ओम प्रकाश का यह भी कहना था कि मोबाइल पर 1800 रुपए कटने की जानकारी तो आ गई, लेकिन डिस्चार्ज का मैसेज अब तक नहीं मिला है।