बद्दी (एमबीएम न्यूज) : कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआई) की मासिक सुविधा समागम बैठक से बार-बार आला व जिम्मेदार अधिकारियों के नदारद रहने पर राज्य के उद्योग संगठन व ट्रेड यूनियनें भडक उठी है। दोनो संस्थाओं ने साफ कर दिया अगर इस मासिक बैठक में अधिकारी जान बूझकर नदारद रहेंगे तो अहम फैसले कौन लेगा और हमारा यहां आने का क्या औचित्य रह जाएगा। बीबीएन उद्योग संघ के अध्यक्ष शैलेष अग्रवाल, महासचिव डा. वाई एस गुलेरिया व लघु उद्योग भारती के प्रधान राजीव कंसल ने कहा कि हमारे उद्योग व मजदूर ईएसआई निगम को हर माह पैसा देते हैं लेकिन सुविधाओं के नाम पर श्रमिकों का समुचित इलाज नहीं हो पाता।
उद्योग संगठनों ने मासिक राज्स्तरीय बैठक में निदेशक हैल्थ, राज्य चिकित्सा आयुक्त, चिकित्सा अधीक्षक व क्षेत्रीय निदेशक का आना अनिवार्य होता है लेकिन लंबे अर्से से यह चारों अधिकारी बैठक में अपेक्षित होने के बाद बैठकों से गायब रहते हैं जो कि चिंताजनक है। उन्होने कहा कि अगर अधिकारी जानबूझ इतनी महत्वपूर्ण बैठकों में नहीं आएंगे तो आई पी (इंशौरर्ड पर्सन) इज वीआईपी का सपना कैसे साकार होगा। ट्रेड यूनियन हिंद मजदूर सभा के प्रांत प्रधान मेलाराम चंदेल एंव राजू भारद्वाज, एटक के जिलाध्यक्ष सतीश शर्मा, भारतीय मजदूर संघ के जिला उपाध्यक्ष निक्काराम ठाकुर ने साफ कहा कि अगर अगली बैठक में आला अधिकारी नहीं आएंगे तो काठा अस्पताल व क्षेत्रीय कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
ईएसआई विभाग के राज्य जनसंपर्क अधिकारी देवव्रत यादव ने कहा कि आज की बैठक के बिंदू बनाकर आला अधिकारियो को भेज दिए जाएंगे क्योंकि फैसला उन्ही को करना है। यादव ने बताया कि शीघ्र ही देश के सभी अस्पतालों सहित काठा माडल अस्पताल में कैंसर ट्रीटमेंट की सुविधा भी उपलब्ध होगी जिसका सभी ने तालियां बजाकर स्वागत किया। इसके अलावा दाडलाघाट ईएसआई डिसपैंसरी को परवाणु से हटाकर नालागढ़ कार्यालय से अटैच किया गया है। यादव ने कहा कि नालागढ़ डिस्पैंसरी को शीघ्र आनलाईन किया जा रहा है। इस अवसर पर ईएसआई निगम के उप निदेशक सुनील नेगी, कार्यकारी एमएस डा सुनीता चोपडा, देवव्रत यादव, डा अंशुमन, उद्योग संगठनों की ओर से शैलेष अग्रवाल, यशवंत ठाकुर, अश्विनी शर्मा, नेत्रप्रकाश कौशिक, राजीव कंसल, अशोक राणा, डा विक्रम, संदीप भरमौरिया, अशोक राणा, महेश कुमार, चेतन स्वरुप, अनिल मलिक, ट्रेड यूनियन से मेलाराम चंदेल, श्याम ठाकुर इंटक, सतीश शर्मा, निक्काराम ठाकुर सहित कई ट्रेड यूनियन नेता व श्रमिक वर्ग उपस्थित था।