कुल्लू (एमबीएम न्यूज): पार्वती परियोजना चरण-3 में कार्यरत लारजी पंचायत के 32 लोगों को काम से निकालने का मामला शांत होने की बजाए तूल पकड़ता जा रहा है। शनिवार को लारजी पंचायत के दर्जनों युवाओं ने पंचायत प्रधान पदमा देवी व पंचायत समिति सदस्य झाबे राम ठाकुर की अध्यक्षता में परियोजना प्रबंधन के अधिकारियों का घेराव किया। इसके पश्चात परियोजना प्रबंधन ने पंचायत प्रतिनिधियों व युवाओं को वार्ता के लिए बुलाया, लेकिन वार्ता विफल रही।
वार्ता के दौरान परियोजना के अधिकारियों ने साफ तौर पर कह दिया कि परियोजना प्रबंधन द्वारा जिन लोगों को अस्थाई रोजगार से हटाया गया है, उन्हें वापस नहीं बुलाया जाएगा। पंचायत समिति सदस्य झाबे राम ठाकुर ने बताया कि परियोजना अधिकारियों ने यहां तक कह दिया कि निकाले गए लोगों को काम पर रखने का सवाल ही नहीं है स्थानीय जनता जो चाहे कर ले।
परियोजना अधिकारियों की इस बात को सुनकर स्थानीय लोग भडक़ उठे हैं और विस्थापित व प्रभावित लोगों ने सोमवार को तमाम गाडिय़ों के पहिए जाम करने की रणनीति तय की है। उधर, पंचायत प्रधान पदमा देवी ने परियोजना प्रबंधन पर स्थानीय विस्थापित व प्रभावित लोगों के साथ तानाशाहीपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि सोमवार को लारजी पंचायत के तमाम लोग स्थानीय लोगों के रोजगार के मुद्दों पर पार्वती परियोजना चरण-3 के पहिए जाम करेंगे।
वहीं, पंचायत समिति सदस्य झाबे राम ठाकुर ने बताया कि पार्वती परियोजना चरण-3 में करीब 300 मजदूर अस्थाई सेवाएं दे रहे हैं लेकिन लारजी पंचायत में करीब 280 परिवारों में से एनएचपीसी ने मात्र 10 लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक परियोजना प्रबंधन द्वारा लारजी पंचायत के बेरोजगारों को रोजगार मुहैया नहीं करवाया जाता तब तक परियोजना की तमाम गाडिय़ों के पहिए जाम रहेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी एनएचपीसी चरण-3 की होगी।