घुमारवीं : जिला की भराडी उप तहसील के अंतर्गत पड़ने वाले गांव देहरा कोट के एक अध्यापक की मेहनत रंग ला रही है। उन्होंने लगभग सात फीट लंबा पंडोल तैयार कर दिया है। जहां आजकल लोग नौकरी की चाहत में किसानी छोड़ रहे हैं। वहीं अध्यापक होने और अच्छी नौकरी होने के बावजूद अपना परिवार आराम से पालने वाले शिक्षक खेती पर जोर दे रहे हैं। उन्हें खेती का जनून ऐसा है कि खाली समय में वे अपने खेतों में निकल जाते हैं। कई तरह की सब्जियां उगाते हैं।
बलबीर कहते हैं कि उनके इस काम में उनका परिवार भी सहायता करता है। उन्होने भिंडी,खीरा, बैगन, करेला, लौकी व कई अन्य सब्जियां उगा रखी हैं। बलबीर की पत्नी देवी देहरा महिला मंडल की प्रधान और सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो साथ-साथ कड़ी मेहनत करती हैं।
बलबीर ने बताया कि आज के रासायनिक युग में रसायन युक्त सब्जियां ऊगाई जा रही हैं। जिसके कारण लोगों में कई तरह की बीमारियां फैल रही हैं। जबकि वे जैविक खेती पर जोर दे रहे हैं। ताकि आधुनिक युग में हो रही बीमारियों से बचा जा सके। इतना ही नहीं वे आधुनिक समय में युवाओं के लिए एक बहुत बड़ी मिसाल पेश कर रहे हैं। अगर बेरोजगार युवा खेतों में थोडी सी मेहनत करें तो इसके दो लाभ होंगे। एक तो अच्छी आमदनी होगी, दूसरा लोगों को जैविक तरीके से उत्पादित सब्जियां मिलेगी। अधुनिक समय में इस तरह की सब्जियों व फलों की अधिक मांग हो रही है। इनका उत्पादन भी बहुत कम जमीन में किया जा सकता है।