सुंदरनगर: उपमंडल के तहत आने वाली डोलधार पंचायत के चलैला गांव में आजकल तेंदुए की दहशत है। जिसकी वजह से ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर हैं। यहां पर मादा तेंदुए ने एक नहीं, बल्कि तीन-तीन नवजात शावकों को जन्म दिया है। जिसकी वजह से लोग शाम और दिन के समय खेतों में काम करने के लिए नहीं पहुच रहे हैं।
स्थानीय निवासी मनीष, सुनीता, सुरेश, हितेश, पूजा, सिमा व संजय ठाकुर ने बताया की क्षेत्र में मादा तेंदुए ने अपने तीन बच्चों को जन्म दिया है। बच्चों को जन्म देने वाले स्थान के साथ गौशाला होने के साथ-साथ गांव का आम रास्ता भी है। जहां से लोगों का गुजरना भी मुश्किल हो गया है। रात के समय क्षेत्र में अंधेरा रहता है। गौशाला में पशु बंधे होते है, उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है।
ग्रामीणों ने वन विभाग और स्थानीय निवासियों से मांग की है, की मादा तेंदुए के साथ उनके बच्चों को यहां से ले जाने की व्यवस्था बनाई जाए, ताकि लोगों का डर दूर हो सके। लोग बिना किसी डर से यहां रह सकें।
एसडीएम राहुल चौहान से जब दूरभाष के माध्यम से बात हुई तो उन्होंने कहा की मामला प्रकाश में आया है। मामले की सूचना वन विभाग को दी गई है। लोगों को हो रही परेशानी जल्द दूर की जाएगी।