मंडी: स्वास्थ्य विभाग के पीसी एंड पीएनडीटी एक्ट को लेकर गठित डीएए और एडवाइजरी कमेटी की जिला स्तरीय बैठक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानंद चौहान की अध्यक्षता में हुई। जिसमें सरकार की ओर से नियुक्त एडवाइजरी कमेटी के सदस्य एवं बिजली बोर्ड की डायरेक्टर प्रियंका शर्मा, एमआर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष एवं सदस्य सुरेंद्र ठाकुर, प्रेस क्लब मंडी के जनरल सेक्रेटरी एवं सदस्य पुरुषोत्तम शर्मा और जिला अटॉर्नी एवं सदस्य कुलभूषण गौत्तम विशेष रूप से उपस्थित रहे। सदस्यों ने इस एक्ट को प्रभावी तौर पर लागू करने और लोगों को जागरुक करने पर बल दिया।
जिला अटॉर्नी कुलभूषण गौत्तम ने एक्ट के तहत प्रसव पूर्व लिंग जांच करने और करवाने वाले के खिलाफ कानूनी प्रावधान की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने अब एक्ट को काफी सख्त कर दिया है। इसकी अनुपालना न करने वालों पर कड़ी कारवाई होगी। सदस्य सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अल्ट्रासॉउन्ड क्लीनिक संचालकों को निर्देश दिए जाएं कि एक्ट के तहत सजा के प्रावधान और कमेटी सदस्यों के नाम केंद्र के बाहर प्रदर्शित किए जाएं, ताकि जनता संपर्क कर सके। सरकारी अस्पतालों में रेडियोलोगिस्ट की कमी से अल्ट्रासाउंड की बंद सेवाओं को जल्द शुरू किया जाए।
प्रियंता शर्मा ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए महिला मंडलों, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का सहयोग लिया जाए। पुरुषोत्तम शर्मा ने कहा कि अल्ट्रासाउंड केंद्र निरीक्षण के लिए स्टिंग ऑपरेशन और डी.डी.ए. नियमित औचक दौरे करें। जिला में एक्ट की सख्ती के बाद बंद सरकारी अल्ट्रासाउंड मशीनों को अस्पताल में ही पीपीपी मोड में चलाया जाए। ताकि जनता को सस्ती और तुरंत सेवा मिल सके। बैठक के दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश ने एडवाइजरी कमेटी के मेंबरों को बेटी बचाओ अभियान के तहत चलाए जा रहे इस एक्ट की जानकारी दी। इस दौरान अभी तक जिले के जिन अल्ट्रासाउंड सेंटरों की चेकिग की गई है।
उनके बारे विस्तृत रिपोर्ट भी पेश की गई। उन्होंने कमेटी के मेंबरों को आश्वस्त किया कि जिले के अंदर लिंग अनुपात की दर को सही करने के लिए खंड स्तर तक अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। महिला मंडलों, आशा वर्करों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और स्वास्थ्य विभाग के महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं केे माध्यम से लोगो को एक्ट के बारे में जागरूक किया जाएगा।
आई.ई.सी. एक्टिविटी बढ़ाई जाएगी ताकि जन्म के समय सेक्स रेशो सुधारी जा सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जीवानन्द चौहान ने कहा कि एम.टी.पी. ड्रग्स का पूरा रिकॉर्ड रखने के लिए और नियमित निरीक्षण के निर्देश ड्रग इंस्पेक्टर को दिए जाएंगे। राज्य स्तरीय कमेटी और जिला स्तरीय एडवाइजरी कमेटी के सुझावों पर अमल किया जाएगा।
प्रसव पूर्व लिंग जांच करने और करवाने वालों पर सख्त कारवाई की जाएगी। जल्द जिला स्तरीय जागरूकता कार्यशाला आयोजित की जाएगी जिसमें पंचायती राज संस्थाओं के जन प्रतिनिधिओं से एक्ट की अनुपालना और लोगों को जागरूक करने की अपील की जाएगी।