बिलासपुर : हिमाचल प्रदेश के शक्ति पीठों पर वीरवार से माँ के श्रावण अष्टमी नवरात्रे मेले शुरू हो गए हैं। विश्व विख्यात शक्तिपीठ श्री नैना देवी में आरती के साथ ही माता जी के श्रावण अष्टमी नवरात्र मेला बड़ी धूमधाम के साथ शुरू हो गया। नवरात्रों के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु माताजी के दरबार में पूजा अर्चना के लिए पहुंचेंगे।
पंजाब,हिमाचल, हरियाणा, दिल्ली, यूपी, बिहार, उत्तराखंड व अन्य प्रदेशों के अलावा विदेशों से भी श्रद्धालु श्रावण अष्टमी नवरात्र पूजन के लिए पहुंचना शुरू हो गए हैं। यह श्रावण अष्टमी मेला 1 अगस्त से लेकर 10 अगस्त तक चलेगा।
ऐसा रहेगा मेले में शीश नवाने का समय
श्रावण अष्टमी मेला के दृष्टिगत प्रशासन और पुलिस ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा का व्यापक प्रबंध किए गए। ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। श्रावण अष्टमी मेला के दौरान मंदिर रात को 12:00 बजे बंद होगा। सुबह 2:00 बजे खोल दिया जाएगा। मेला के दौरान सिर्फ 2 घंटे के लिए मंदिर आरती के लिए बंद होगा।
हालांकि प्रथम नवरात्र के उपलक्ष्य पर आज भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने माता जी के दर्शन की पूजा-अर्चना की और अपने घर परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना की। श्री नैना देवी क्षेत्र को 9 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सेक्टर में मेला मैजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। लगभग 12 सौ के करीब पुलिसकर्मी होमगार्ड के जवान और एक्स सर्विसमैन फौजी तैनात किए गए हैं ताकि कानून एवं व्यवस्था बनी रहे।