एमबीएम न्यूज/शिमला
देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को गुजरात का दायित्व सौंपा है। जबकि कलराज मिश्र को हिमाचल में गर्वनर नियुक्त किया गया है। महामहिम राष्ट्रपति ने इस बाबत अधिसूचना जारी की है। प्रदेश में बतौर राज्यपाल रहते हुए आचार्य देवव्रत ने कई कार्य ऐसे किए, जो इतिहास के पन्नों में दर्ज भी हुए हैं।
राजभवन में देसी गाय को पालने के अलावा आर्गेनिक खेती को जबरदस्त तरीके से बढ़ावा देने के प्रयास किए। कार्यभार संभालने के बाद प्रदेष के कई शहरों में पैदल घूमकर अलग मिसाल पेश की। खास बात यह है कि जनहित में कई मर्तबा अपने प्रोटोकॉल को भूलकर भी आचार्य देवव्रत कार्य करते रहे। 18 जनवरी 1959 को जन्में आचार्य देवव्रत ने संस्कृत को बढ़ावा देने में भी अहम भूमिका निभाई। हिमाचल के नवनियुक्त राज्यपाल कलराज मिश्र लंबे समय तक संघ से जुड़े रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिला के मलिकपुर गांव में एक जुलाई 1941 को जन्म हुआ। पहली बार दो मार्च 1978 को राज्यसभा से उन्होंने राजनीति में एंट्री की। 1997 से 2000 के बीच वह यूपी में कई महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री भी रहे। 16वीं लोकसभा में उन्होंने 3 लाख 65 हजार 386 मतों से जीत दर्ज की।