एमबीएम न्यूज़/नाहन
मंगलवार को ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है। इसकी बदौलत एक जरूरतमंद युवती नेहा ठाकुर की वेतन कटौती बच गई है। दरअसल हुआ यूं कि पिंडी ट्रेडर्स में कार्य करने वाली नेहा ठाकुर को बैंक से 18,000 निकलवाने के लिए भेजा गया था। इसी दौरान वापसी में इस राशि में से 6,000 गुमटी के नजदीक बेकरी की दुकान के सामने गिर गए। 500-500 के नोट ट्रैफिक कर्मी नरेंद्र कुमार को सड़क पर गिरे मिले। इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित की गई।
कुछ घंटों के भीतर ही पुलिस ने यह पता लगा लिया कि यह राशि उस समय नेहा से सड़क पर गिर गई थी, जब वो बैंक से कार्यालय लौट रही थी। पुलिस कर्मियों का आभार प्रकट करते हुए नेहा ने उन्हें कहा कि अगर यह राशि नहीं मिलती तो उसका वेतन भी कट सकता था। नेहा ने पुलिसकर्मियों को बताया कि जितनी राशि गुम हुई थी, उतनी राशि वो महीने भर में कमाती है।
उल्लेखनीय है कि नेहा बेहद ही साधारण परिवार से ताल्लुक रखती है। पिता के निधन के बाद अपनी मां के साथ आर्थिक आमदनी को लेकर कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। जामली की रहने वाली नेहा के पिता का निधन काफी समय पहले हो गया था। माता शिक्षा विभाग में चौकीदार के पद पर कार्यरत है। हालांकि यह भी जरुरी नहीं था कि पिंडी ट्रेडर्स के मालिक द्वारा वेतन काट लिया जाता। लेकिन रकम गुम हो जाने के बाद नेहा के चेहरे पर डर जरूर था, राशि वापस मिलने पर नेहा के चेहरे पर मुस्कान लौट आई।
इस मामले में यह भी साबित हुआ है कि उस व्यक्ति पर क्या गुजरती होगी, जिससे पराई रकम गुम हो जाए। हाल ही में मेडिकल कॉलेज में एक गरीब व्यक्ति उस समय दहाड़े मारकर रोने लगा था, जब उसका पर्स गुम हुआ था, जिसमे 16,000 रूपए रखने की गलती कर बैठा था। ट्रैफिक प्रभारी रामलाल ने कहा कि पूरी तस्दीक के बाद राशि वापस दी गई है।