एमबीएम न्यूज/चंडीगढ़
पवित्र महीने रमजान में रोजा एक अहम हिस्सा होता है। आधुनिक समय में इस महीने को खास बनाने के मकसद से कश्मीर की चार छात्राओं ने मोबाइल एप्प का नया संस्करण लांच किया है। इससे मुस्लिम समुदाय को रमजान महीने में रोजे के दौरान आने वाली समस्याओं के मद्देनजर डिजाईन किया गया है। रमजान में सुबह सेहरी व शाम को इफ्तारी के लिए अपडेट किया गया है। एप्प में एक ऑटोमैटिक अलार्म है जो सुबह सेहरी के समय जगाने व शाम को इफ्तार के लिए बजता है।
श्रीनगर की रहने वाली महाविश रशीद व बिस्मा प्रवीण के अलावा जम्मू की रहने वाली पूजा सफाया व मानसी सलारिया ने इसे विकसित कर दूसरे धर्म के लिए भाईचारे, विश्वास व सम्मान का उदाहरण पेश किया है। चारों ही छात्राएं चंडीगढ़ के एक नामी शैक्षणिक संस्थान में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। छात्राओं ने कहा कि यह एप्प उन मुस्लिम लोगों की समस्याओं का समाधान करेगा, जिन्हें रमजान के पाक महीने में विभिन्न भौतिक व जैविक कारकों के कारण सेहरी के समय मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। कश्मीर की लड़कियों ने कहा कि यह समुदाय के लिए हमारी ओर से एक छोटी सी पहल है।
उल्लेखनीय है कि इस संस्थान के छात्रों ने कश्मीर में बाढ़ के समय में भी एक एप्प को लांच किया था। चंडीगढ़ के नजदीक कश्मीरी छात्रों के लिए बेहतरीन शिक्षा के संसाधन उपलब्ध हैं। यहां छात्रों को अनुकूल माहौल मिल रहा है।