एमबीएम न्यूज/नालागढ़
भारतीय निर्वाचन आयोग ने मतदान प्रतिशतता को बढ़ाने की भरसक कोशिश की। साथ ही बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए भी मतदान को लेकर खास इंतजाम किए। मगर इन सब से हटकर नालागढ़ के एसडीएम प्रशांत देष्टा ने एक ऐसी मिसाल कायम की है, जो उन अधिकारियों के लिए प्रेरणा है, जो आम लोगों खासकर गरीबों से दूरी बनाकर रखते हैं। मतदान की प्रक्रिया में व्यस्त सहायक निर्वाचन अधिकारी को फीडबैक मिला कि खेड़ा गांव में एक विकलांग 80 वर्षीय महिला अंती देवी चल-फिरने की स्थिति में नहीं है।
आप यह जानकर हैरान होंगे कि एसडीएम खुद उस महिला के घर तक पहुंचे, फिर उसे अपने वाहन में लेकर मतदान केंद्र तक पहुंचे। हर कोई उस वक्त भी हैरान रह गया, जब एसडीएम ने खुद ही महिला को गोद में उठा लिया। एसडीएम के चेहरे के भाव यह साफ जाहिर कर रहे थे कि यह कार्य उन्होंने किसी दिखावे के लिए नहीं, बल्कि मानवता के नाते किया है। मतदान करवाने के बाद भी एसडीएम ने अपना दायित्व निभाया। गोद में उठाकर कार तक पहुंचाने के बाद वापस घर लेकर भी पहुंचे।
एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा की पहल की चौतरफा तारीफ हो रही है। एक लंबे अरसे से बीमारी से ग्रस्त होने के कारण महिला बिस्तर पर ही है। बेशक ही चुनाव आयोग ने बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए विशेष इंतजाम किए थे, लेकिन कहीं पर ही यह निर्देशित नहीं था कि अधिकारी खुद ही बुजुर्गों को गोद में उठाकर लाएंगे। इससे साफ होता है कि एसडीएम ने इस कार्य को किसी डयूटी के तहत नहीं, बल्कि मां-बेटे के रिष्ते के तहत निभाया है।