अमरप्रीत सिंह/सोलन
ऐतिहासिक और प्रसिद्ध शूलिनी मेला 21 से 23 जून तक आयोजित किया जाएगा। मेले के प्रबंधों पर चर्चा को लेकर मेला आयोजन समिति की उपायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी विनोद कुमार ने कहा कि शूलिनी मेले का आगाज 21 जून को पारंपरिक धार्मिक रस्मों के साथ होगा। उन्होंने कहा कि शूलिनी मेले की सांस्कृतिक संध्याओं में हिमाचली कलाकारों को तरजीह दी जाएगी ताकि जहां हिमाचली लोक कलाकारों को मंच मिले। वहीं हिमाचल प्रदेश की विविध लोक संस्कृति की झलक लोगों को देखने को मिल सके।
उन्होंने बताया कि सांस्कृतिक संध्याओं की व्यापक रूपरेखा को लेकर विस्तृत विचार-विमर्श मेले की सांस्कृतिक उपसमिति द्वारा भी किया जाएगा। उपायुक्त ने मेला आयोजन समिति के गैर सरकारी सदस्यों से भी आग्रह किया कि वे मेले के आयोजन को और बेहतर और आकर्षक बनाने को लेकर अपने सुझाव अवश्य दें। मेले में स्थापित होने वाली प्रदर्शनी में बेहतरीन गैर सरकारी संगठनों, स्वयंसेवी संस्थाओं और महिला मंडलों के स्वयं सहायता समूह के स्टालों को भी शामिल किया जाना चाहिए। ताकि उनके उत्पाद इन स्टालों के माध्यम से प्रदर्शित भी हों और उन्हें मार्केट की सहूलियत मिल सके। मेले के दौरान विभिन्न तरह के शो आयोजित करने पर भी चर्चा हुई।
उपायुक्त ने कहा कि डाॅग शो और फ्लावर शो के अलावा काऊ शो करवाए जाने की दिशा में पशुपालन विभाग अपनी कार्य योजना तैयार करे ताकि विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों के पशुपालकों को मौका मिल सके। वे अपनी पालतू गायों को इस शो के माध्यम से प्रदर्शित कर सकें। इस शो के आयोजन का मकसद पशुपालकों को प्रोत्साहित करना है ताकि वे ग्रामीण आर्थिकी से जुड़े पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण व्यवसाय को आने वाली पीढ़ियों तक भी लेकर जाएं। उपायुक्त ने कहा कि मेले के दौरान पुलिस कानून एवं व्यवस्था और ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने को लेकर अपने विशेष प्लान के मुताबिक कार्य करेगी। वहीं सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग इस अवधि में पेयजल की स्वच्छ व समुचित व्यवस्था बनाएगा।
उपायुक्त ने विशेषकर नगर परिषद के अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि मेले के दौरान कूड़े कचरे को एकत्र करके उठाए जाने की व्यवस्था पुख्ता एवं प्रभावी बनाई जाए ताकि मेले में गंदगी का आलम ना रहे और स्वच्छता बनी रहे। बैठक में खेलकद स्पर्धाओं और क्राफ्ट मेले के आयोजन के अलावा मेले की स्मारिका के प्रकाशन को लेकर भी चर्चा की गई। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी विवेक चंदेल, सहायक आयुक्त भानु गुप्ता के अलावा मेला आयोजन समिति के अन्य सरकारी और गैर सरकारी सदस्य भी मौजूद रहे।