एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश के वन विभाग को 25 करोड़ साल पुराने विशालकाय पेड़ के अवशेष मिले हैं। राज्य संग्रहालय के क्यूरेटर हरीश चौहान ने यह जानकारी देते हुए बताया कि रोहडू के डीएफओ की ओर से पेड के अवेशष मिलने की सूचना मिली है। हरीश चौहान ने बताया कि अगले सप्ताह तक संग्रहालय की टीम मौके का दौरा करेगी। इसके बाद ही अवशेष कितना पुराना है, इसकी सटीक जानकारी मिल सकेगी।
राजधानी शिमला से 70 किमी दूर खड़ापत्थर में यह अवशेष मिले हैं। बताया जा रहा है कि यह अवशेष मेसोजॉइक जियोलॉजिकल ईरा के समय का है।जानकारी के अनुसार, हिमाचल वन विभाग की एक टीम इलाके में पेड़ कटान को लेकर गश्त पर थी। इसी दौरान उन्हें खड़ापत्थर में यह विशालकाय पेड के अवशेष मिले हैं। अनुमान है कि पृथ्वी पर डायनासोर की मौजूदगी के समय का यह अवशेष है। शुरुआती जानकारी में पता चला है कि यह अवशेष मेसोजॉइक काल का है।
क्या है मेसोजॉइक काल
भू-वैज्ञानिकों ने फैनोरोजॉइक काल के अनुसार पृथ्वी के इतिहास को तीन हिस्सों में विभाजित किया है। मेसोजॉइक काल प्राचीन हिस्से में आता है। इस दौरान धरती पर डायनासोर पाए जाते थे। मेसोज़ोइक युग 252.2 मिलियन साल पहले शुरू हुआ। यह 66 मिलियन साल पहले समाप्त हुआ था।