वी कुमार/ मंडी
देश भर में हॉट सीट बन चुकी मंडी संसदीय सीट से 21 प्रत्याशियों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किये हैं। खास बात यह है कि 21 प्रत्याशियों के 34 नामांकन जिला निर्वाचन अधिकारी के पास पहुंचे हैं। इसमें भाजपा के राम स्वरूप शर्मा और कांग्रेस के आश्रय शर्मा ने चार-चार नामांकन पत्र भरे हैं। यदि किसी एक नामांकन पत्र में गड़बड़ी हो तो दूसरे पर विचार किया जा सके। यह सब नियमों के तहत ही किया गया है।
वहीं भाजपा के कवरिंग कैंडिडेट ब्रिगेडियर खुशहाल ठाकुर ने भी दो नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। 21 प्रत्याशियों में से दो कवरिंग कैंडिडेट हैं,जबकि दस उम्मीदवार निर्दलीय के तौर पर चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं। नामांकन के अंतिम दिन 6 प्रत्याशियों ने अपने पर्चे भरे। पार्टी प्रत्याशियों में भाजपा की तरफ से मौजूदा सांसद राम स्वरूप शर्मा चुनावी मैदान में उतरे हैं, जबकि कांग्रेस ने युवा प्रत्याशी आश्रय शर्मा को मैदान में उतारा है।
इनके अलावा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दलीप सिंह कायथ, भारतीय शक्ति चेतना पार्टी के शिव लाल ठाकुर, बहुजन समाज पार्टी के सेस राम, ऑल इण्डिया फारवर्ड ब्लॉक के चन्द्रमणी, राष्ट्रीय आजाद मंच के मेहर सिंह, राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी के बली राम, पीपुल्स पार्टी ऑफ इण्डिया (डेमोक्रेटिक) के खेमचंद, स्वाभिमान पार्टी के करतार चन्द और अम्बेदक राईट पार्टी ऑफ इण्डिया के राजेन्द्र सूर्यवंशी ने पार्टी प्रत्याशी के रूप में अपने नामांकन भरे।
10 निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन पत्र भरा है, जिसमें जिला किन्नौर की निचार तहसील के गुमान सिंह, जोगिन्द्रनगर के बृज गोपाल अवस्थी, ठियोग तहसील के धर्मेन्द्र सिंह ठाकुर, सुन्दरनगर के कर्नल ठाकुर सिंह, सोलन जिला के कण्डाघाट निवासी देवराज भारद्वाज, घनश्याम चंद ठाकुर, नरेन्द्र कुमार और कुल्लू के सुभाष मोहन स्नेही ने भी आजाद प्रत्याशी के तौर पर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
कवरिंग कैंडिडेट की बात करें तो भाजपा और कांग्रेस के सिवाय और किसी ने अपना कवरिंग कैंडिडेट नहीं दिया है। इसमें भाजपा के ब्रिगेडियर खुशहाल चंद ठाकुर और कांग्रेस की तरफ से पूर्व मंत्री प्रकाश चौधरी ने कवरिंग कवरिंग कैंडिडेट के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि अगले कल से नामांकन पत्रों की जांच पड़ताल का कार्य शुरू होगा और उसके बाद 1 और 2 मई को नाम वापिस लिए जा सकेंगे। नाम वापिस लेने की प्रक्रिया के बाद ही आगामी कार्रवाही अमल में लाई जाएगी।