एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश के मैदानी भागों में भीषण गर्मी से लोग बेहाल हो गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है। राज्य में रविवार को तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया। ऊना में अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्मी के तीखे तेवर देख लोग बाहर निकलने से बचते रहे। लिहाजा दिन के वक्त बाजारों और मार्गों पर सन्नाटा पसरा नजर आया।
मौसम विभाग का कहना है कि 29 अप्रैल को मौसम करवट लेगा। राज्य के मध्यवर्ती इलाकों में गरज के साथ बारिश होगी। वहीं मैदानी व मध्यवर्ती भागों में 30 अप्रैल तथा एक मई को अंधड़ के साथ तेज ओलावृष्टि होगी। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि राज्य के आठ जिलों हमीरपुर, बिलासपुर, ऊना, मंडी, कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में 30 अप्रैल व एक मई को 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से अंधड़ चलने के साथ-साथ तेज ओले भी गिरेंगे। इसे लेकर विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है।
उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में 2 व 3 मई को मौसम साफ रहेगा, लेकिन चार मई को फिर बारिश होगी। जबकि मध्यवर्ती व उच्च पर्वतीय इलाकों में चार मई तक मौसम खराब बना रहेगा। मौसम के करवट लेने से लोगों को भले ही गर्मी से निजात मिलेगी, लेकिन किसानों व बागवानों की चिंताएं बढ़ सकती हैं। अप्पर शिमला सहित राज्य के सेब बाहुल इलाकों में इन दिनों सेब की प्लावरिंग का सीजन चल रहा है। ऐसे में अगर ओलावृष्टि होती है, तो बागवानों को उम्मीदों पर पानी फिर सकता है। दूसरी तरफ राज्य के निचले क्षेत्रों में गेहूं की फसल पक चुकी है।
ओलावृष्टि से गेहूं की फसल को भी नुकसान पहुंच सकता हैं। राज्य के अन्य शहरों के अधिकतम तापमान में बिलासपुर में 35.2, सुंदरनगर में 35.1, हमीरपुर में 34.9, नाहन में 34.2, कांगड़ा में 34.1, चंबा में 33.3, भुंतर में 33.2, सोलन में 30.8, धर्मशाला में 28.4, शिमला में 25.5, कल्पा में 22.6, डलहौजी में 20.4 और केलंग में 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।