एमबीएम न्यूज़/नाहन
ऐतिहासिक गुरूद्वारा श्री दशमेश अस्थान साहिब में देर शाम टोका साहिब से एक भव्य नगर कीर्तन गुरूद्वारा परिसर पहुंचा। जिसका नाहन गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी, सिख नौजवान सेवक जत्था एवं खालसा सेवा दल के सदस्यों ने पेट्रोल पंप के नजदीक संगतों को सिरोपा भेंट कर स्वागत किया। सिक्ख नौजवान सेवक जत्थे के प्रधान गुरजीत सिंह, सचिव देवेंद्र सिंह ने बताया कि 334 साल पहले सिरमौर के राजा मेदनी प्रकाश ने जब गुरू गोबिंद सिंह महाराज जी को आनंदपुर साहिब से अपनी रियासत में आने के लिए निमंत्रण भेजा, जिसे गुरु महाराज ने स्वीकार कर लिया।
रियासत की सीमा टोका साहिब से गुरू गोबिंद सिंह महाराज जी का राजा मेदनी प्रकाश द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उसी कड़ी में टोका साहिब से एक नगर कीर्तन गुरू गोबिंद सिंह महाराज जी के नाहन आगमन पर देर शाम प्राचीन कला का प्रदर्शन करते हुए पहुंचा। जिसमें गुरू ग्रंथ साहिब महाराज जी की भव्य पालकी साहिब आर्कषण का केंद्र रही। तो वहीं नगर कीर्तन में हाथी, घोड़े व ऊंट पर सवार युवाओं ने प्राचीन समय के दौरान जैसे गुरू गोबिंद सिंह महाराज जी का स्वागत हुआ होगा, वैसे ही एक दृश्य नगर कीर्तन के माध्यम से पेश किया। जिसमें हजारों की संख्या में जहां पड़ोसी राज्यों से संगते पहुंची तो स्थानीय लोगों ने भी नगर कीर्तन में भाग लिया।
इस दौरान युवाओं ने गतका पेश कर वाहवाही लूटी। नगर कीर्तन की अगुवाई पंच प्यारों ने की। गुरू साहिब के स्वागत एवं सतकार को देखते हुए सबसे पहले पालकी साहिब के आगे महिलाएं झाडु लगा रही थी, उसके बाद फूलों की चादर बिछाई की जा रही थी। फिर पंच प्यारे एवं गुरू ग्रंथ साहिब महाराज जी की पालकी साहिब चल रही थी। नगर कीर्तन में शब्द कीर्तन भी निरंतर जारी रहा। तो वहीं संगतों के लिए जगह-जगह विभिन्न खाद्य पदार्थो के स्टाल लगाए गए थे। जहां श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान गुरूद्वारा दशमेश अस्थान साहिब में लंगर का आयोजन भी किया गया। इस अवसर पर गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान अमृत सिंह शाह समेत भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।