एमबीएम न्यूज़/नाहन
बेशक ही 1952 से लेकर 1977 तक शिमला संसदीय क्षेत्र पर सिरमौर का वर्चस्व रहा। लेकिन बीजेपी ने पहली बार सिरमौर से प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने 1999 में पच्छाद विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक गंगूराम मुसाफिर को टिकट दिया। चुनाव में जीआर मुसाफिर को हिमाचल विकास कांग्रेस के डॉ. धनीराम शांडिल ने 46 हजार मतों से हरा दिया। संसदीय क्षेत्र में करीब 47 प्रतिशत एससी वोट हैं। 1977 में भी कांग्रेस ने सिरमौर के शिलाई से प्रत्याशी बनाया था। अगर गौर किया जाए तो इस सीट पर सिरमौर की भूमिका अहम रहती है। इस समय पांच में से तीन विधायक भाजपा के है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलते विधायक सुरेश कश्यप ( फाइल फोटो )
25 वर्षों तक सिरमौर का रहा वर्चस्व
1952 के लोकसभा चुनाव में चंबा-सिरमौर लोकसभा क्षेत्र से पच्छाद विस क्षेत्र के बडी-भू-पडाहां के आनंद राम सेवल सांसद चुने गए। 1957 में शिमला व सिरमौर को महासु संसदीय क्षेत्र में शामिल किया गया। इसके पहले सांसद भी पच्छाद के चनालग (बागथन) डॉक्टर वाईएस परमार बने। उसके बाद 1959 डॉक्टर परमार ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। 1959 में हुए उपचुनाव में नाहन के रहने वाले शिवानंद रमौल सांसद बने, जो कि 1962 तक सांसद रहे। 1962 से 1977 तक नाहन विधानसभा की बनकला पंचायत के मालोवाला के प्रताप सिंह सांसद रहे।
शिमला संसदीय क्षेत्र में शिमला, सोलन व सिरमौर के 17 विधानसभा क्षेत्र हैं , जिसमे पच्छाद, श्री रेणुकाजी, कसौली, रामपुर व रोहडू विस क्षेत्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। शिमला संसदीय क्षेत्र में जिला सिरमौर की पच्छाद, नाहन, श्री रेणुकाजी, पांवटा साहिब व शिलाई, सोलन जिला से अर्की, नालागढ़, बद्दी-दून, सोलन व कसौली तथा शिमला जिला के चौपाल, ठियोग, शिमला शहरी, शिमला ग्रामीण, जुब्बल-कोटखाई, रोहडू व कुस्मपटी विस आते हैं।
1977 में शिमला संसदीय क्षेत्र से सिरमौर के शिलाई विस क्षेत्र निवासी जालम सिंह को कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को जनता पार्टी के बालक राम कश्यप से 85 हजार वोटों से हाराया था। 1977 में पहली बार गैर कांग्रेसी सांसद बना। उसके बाद सिरमौर को 1999 में कांग्रेस पार्टी ने फिर लोकसभा का टिकट दिया। इस सीट पर कई चुनाव हारने के बाद वीरेंद्र कश्यप ने बीजेपी के टिकट पर 2009 में पहला चुनाव जीता, 2014 में भी मोदी लहर का फायदा मिल गया। साथ ही खुद को सिरमौर को दामाद बता कर चुनाव प्रचार करते रहे।