वी कुमार/मंडी
जनपद के अराध्य माने जाने वाले देव कमरूनाग रविवार को छोटी काशी मंडी पहुंच गए। अपने मूल स्थान से लगभग 100 किमी की पैदल यात्रा करने के बाद देव कमरूनाग और उनके देवलू मंडी जिला मुख्यालय पहुंचे। मंडी जिला मुख्यालय पहुंचने से पहले पुलघराट पर प्रशासन की तरफ से देव कमरूनाग का भव्य स्वागत किया गया। उपरांत इसके देव कमरूनाग ढोल नगाड़ों की थाप के साथ राज माधव राय मंदिर पहुंचे। यहां पर डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर पहले से उनके स्वागत में खड़े हुए थे।
डीसी मंडी ने देव कमरूनाग की छड़ी को हार पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद देव कमरूनाग की छड़ी को राज माधव राय मंदिर ले जाया गया जहां पर उनकी पूरे विधि विधान के साथ पूजा हुई। उपरांत इसके देव कमरूनाग राज परिवार से मिलने गए और वहां भी राज परिवार के सदस्यों ने देव कमरूनाग का स्वागत और पूजा अर्चना की। इसके बाद देव कमरूनाग टारना मंदिर पहुंचे और वहां पर विराजित हुए। 11 मार्च तक देव कमरूनाग यहीं पर रूककर भक्तों को दर्शन और आशीवार्द देंगे।
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि देव कमरूनाग के साथ अन्य प्रमुख देवी-देवताओं का भी मंडी आगमन हो चुका है। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और मंगलवार को महोत्सव का विधिवत आगाज सीएम जयराम ठाकुर द्वारा किया जाएगा।
बता दें कि शिवरात्रि से एक दिन पहले देव कमरूनाग सहित 6 अन्य प्रमुख देवी-देवता मंडी पहुंच जाते हैं। इनके आगमन के बाद ही मंडी की शिवरात्रि का आगाज होता है। यह प्रथा सदियों से चली आ रही है। सर्वदेवता समिति एवं कारदार संघ के अध्यक्ष शिवपाल शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि पहले देव कमरूनाग की छड़ी को मंडी नहीं लाया जाता था, लेकिन मंडी रियासत के अंतिम राजा ने इस प्रथा को शुरू किया, जिसके बाद देव कमरूनाग की छड़ी हर वर्ष शिवरात्रि में भाग लेने मंडी आती है।
उन्होंने बताया कि देव कमरूनाग को बारिश का देवता माना गया है और ऐसे में देवता से प्रार्थना की गई है कि शिवरात्रि महोत्सव के दौरान मौसम साफ बना रहे, ताकि पूरे महोत्सव को सही ढंग से आयोजित किया जा सके।