मोक्ष शर्मा/शिमला
फागली वार्ड के अंतर्गत आने वाले रामनगर में पिछले एक वर्ष से कुत्ते का भय लोगों के अंदर घर कर गया है। कुत्ते ने एक साल में आधा दर्जन से अधिक लोगों को घायल कर दिया है। घायलों में विधु नेगी (27), जोगिन्दर (जोगी) (38), राजीव अत्री के 6 वर्षीय बेटे व 5 वर्षीय बेटी, आरूषि (4) और आरव (6) शामिल हैं। खुंखार कुत्ता आए दिन लोगों को अपना शिकार बना रहा है।
स्थानीय लोग कई बार इसकी शिकायत पार्षद जगजीत सिंह बग्गा और प्रशासन को कर चुके हैं। प्रशासन की ओर से खानापूर्ति करने के लिए कर्मचारी भेजे भी गए, लेकिन वह खुंखार कुत्ते को पकड़ने में असमर्थ रहे। कुत्ते को न पकड़ पाने का कारण कर्मचारियों के पास आवश्यक सामग्री की कमी है। कुत्ते के न पकड़े जाने के कारण लोग अपने बच्चों को बाहर भेजने से डर रहे हैं।
बच्चों का बचपन दरवाज़े के पीछे कैद हो गया है। बार-बार शिकायत करने पर भी कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया जा रहा है। लोगों में इस कारण ख़ासा रोष भी उत्पन्न हो गया है। एमसी शिमला का यह रुख देखकर प्रतीत होता है कि प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतज़ार कर रहा है।