एमबीएम न्यूज़/हमीरपुर
पूर्व सीएम धूमल की नीतियों से नाराज़ होकर मई 2017 में भाजपा छोड़ कांग्रेस का हाथ थामने वाले विनोद ठाकुर फिर भाजपा में लौट आए हैं। रविवार को उन्होंने शिमला में फिर से भाजपा ज्वाईन कर ली है। विनोद ठाकुर युवा मोर्चा के तीन बार प्रदेश महामंत्री, युवा मोर्चा राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य,भाजपा के चार साल तक हमीरपुर जिला महामंत्री और दो बार राज्य सचिव के पद पर रहे हैं।
माना जा रहा पूर्व सीएम धूमल की हार के बाद भाजपा में हुए बदलाव का लाभ विनोद ठाकुर को मिला है। विनोद ठाकुर से पहले धूमल के ख़ास राजेंद्र राणा और उर्मिल ठाकुर भी भाजपा छोड़ कांग्रेस का दामन थाम चुके हैं। खास बात यह है कि ये तीनों ही नेता धूमल के खासमखास रहे हैं।विनोद ठाकुर मई 2017 में अपने 33 समर्थकों सहित कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। उस वक़्त मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह गांधी चौक पर जनसभा कर रहे थे।
विनोद ठाकुर ने कांग्रेस में शामिल होते हुए पूर्व सीएम धूमल पर सीधा हमले करते हुए कहा था कि धूमल परिवार ने हमीरपुर में किसी भी भाजपा नेता को आगे बढ़ने नहीं दिया। उन्होंने धूमल पर हमला करते हुए यहाँ तक कह दिया था कि 1995 में भाजपा से जब जिला परिषद का टिकट मांगा तो नहीं दिया गया। आजाद प्रत्याशी के तौर पर जिला परिषद का चुनाव जीता। भाजपा में 22 वर्ष संगठन का कार्य किया,लेकिन जिस तरह से उनका उत्पीड़न धूमल व परिवार ने किया उससे तंग होकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए। विनोद ठाकुर ने आरोप लगाया था कि धूमल के हाथ में एक प्राइवेट लिमिटेड पार्टी बन गई है।
धूमल हारे तो बदले समीकरण
विनोद ठाकुर संघ से जुड़े एक कर्मठ भाजपाई रहे हैं। बडसर उपमंडल में संघ के कई बड़े कार्यक्रमों का संचालन वह अपने बलबूते करवाते रहे। भाजपा के कई बड़े कार्यक्रमों में वह बख़ूबी मंच संचालन करते रहे। विधानसभा चुनाव से पूर्व एक मास्टरस्ट्रोक खेलते हुए वर्तमान विधायक राजेंद्र राणा ने विनोद ठाकुर को वीरभद्र सिंह की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल करवा दिया था। इस बीच विनोद ठाकुर को हमीरपुर सदर से कांग्रेस टिकट देने के भी प्रयास हुए लेकिन बाद में कांग्रेस हाई कमान ने टिकट कुलदीप सिंह पठानिया को दे दिया।
इसके बाद विनोद ठाकुर सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हो गये जहाँ पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल व राजेंद्र राणा के बीच काँटे की टक्कर चली हुई थी। धूमल के सुजानपुर सीट 1919 वोटों से हारते ही भाजपा में नया ध्रुव तैयार हुआ। अब आगामी लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व भाजपाईयों की घर वापसी सांसद अनुराग ठाकुर को कितनी मज़बूती प्रदान करती है इस पर सबकी नज़र रहेगी।
धूमल की हाँ पर विनोद ठाकुर की वापसी
धूमल पर जिस तरीक़े के हमले कर विनोद ठाकुर कांग्रेस में शामिल हुए थे,धूमल की हाँ के बिना उनकी घर वापिसी मुश्किल लग रही थी। चर्चा है कि भाजपा में शामिल होने के लिए विनोद ठाकुर चार से अधिक बार प्रेम कुमार धूमल से अकेले में मिले और पिछले गिले शिकवे भुलाकर फिर से भाजपा में शामिल होने का रास्ता क्लीयर किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती की मौजूदगी में विनोद ठाकुर रविवार को आख़िर भाजपा में लौट आए ।