रिकांगपिओ : साहित्य, कला, भाषा ए्वं संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन एवं इसे बढावा देने के लिए सांगला घाटी के अंतिम छोर में बसा भारत-तिब्बत सीमांत गांव छितकुल के राजकीय उच्च पाठशाला में एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया।
भाषा, कला ए्वं संस्कृति विभाग किन्नौर द्वारा साहित्यतिक गतिविधियों के तहत आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला लोकसंपर्क अधिकारी रामदेव कपूर ने की। इस कार्यक्रम में राज्य भाषा हिन्दी, साहित्य, कला व लोक संस्कृति के संरक्षण ए्वं संवर्धन के लिए पाठशाला के विद्यार्थियों को पे्ररित किया गया। इसके लिए बच्चों में विभिन्न प्रतियोगिताएं करवाई गई। छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ इस प्रतियोगिता में भाग लिया।
इस अवसर पर स्कूल के कार्यकारी मुख्याध्यापक छेरिंग नमज्ञाल ने बताया कि इस पाठशाला में कुल 22 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं जिन्हें अध्यापकों द्वारा शिक्षा के साथ—साथ खेलकूद व अन्य गतिविधियां भी करवाई जाती हैं।
जिला लोक संपर्क अधिकारी किन्नौर ने बताया कि इस तरह की गतिविधियां जिला के दूरदराज क्षेत्रों में चलाई जा रही हैं। उन्होंने साहित्यतिक गतिविधियों में भाग लेने वाले छात्र—छात्राओं को पुरस्कार वितरित किए।