एमबीएम न्यूज/शिमला
सैक्स रैकेट के ऑपरेटर्स को अब नौजवान युवकों की तलाश है, ताकि युवकों का इस्तेमाल “जिगोलो” के तौर पर किया जा सके। इस तरह के गिरोह के राजधानी में सक्रिय होने की संभावनाएं काफी प्रबल हो चुकी हैं। दरअसल राजधानी के कई हिस्सों खासकर शौचालयों की दिवारों पर चस्पा पोस्टर्स में व्यस्क नौकरियों का फुलटाइम व पार्ट टाइम ऑफर दिया जा रहा है। इसमें युवकों को 50 से 60 हजार प्रतिमाह की कमाई का प्रलोभन दिया जा रहा है। इश्तिहार पर लड़कों को कॉल करने को कहा जा रहा है।
अंग्रेजी दैनिक द ट्रिब्यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक विक्ट्री टनल के पब्लिक शौचालय की दीवार पर पोस्टर चस्पा किया गया था। इसमें पोस्टर पर दर्शाए गए नंबर पर कॉल करने को कहा जा रहा है। खास बात यह है कि कॉल व्हाटसएप पर ही होगी, ताकि कॉल रिसीवर का सुराग न मिल सके। द ट्रिब्यून ने खबर में कहा है कि अपने स्तर पर की गई प्रारंभिक जांच में पाया गया कि एजैंट तब तक कॉल को रिसीव नहीं करते, जब तक कॉलर के नंबर की पड़ताल न कर लें। चूंकि राजधानी अंतरराष्ट्रीय स्तर की पर्यटनस्थली है, इसी कारण नशे के अलावा जिस्मफरोशी के कारोबार की प्रबल संभावनाएं रहती हैं।
चिंता की बात यह है कि अब युवकों को भी वेश्यावृति की तरफ झौंकने की कोशिश की जा रही है। प्रदेश में लगभग 200 वैबसाइटस कॉल गर्ल्स व एस्कार्टस सेवा का ऑफर देती हैं। अब कुछ वैबसाइटस पर “जिगोलोस” का भी ऑफर दिया जाने लगा है। इस बारे शिमला के एसपी ओमापति जम्वाल (जैसा ट्रिब्यून प्रतिनिधि को बताया) का कहना है कि पुलिस को वेश्यावृति की जब सूचना मिलती है तो तुरंत दबिश दी जाती है, ताकि गिरोह का भांडाफोड़ किया जा सके, लेकिन जिगोलोज की डिमांड की बात हिमाचल के लिए नई है।
एसपी के मुताबिक इस तरह का कोई भी मामला अब तक सामने नहीं आया है। एसपी का कहना है कि इस बारे जांच की जाएगी। साथ ही जरूरी कदम उठाए जाएंगे। बहरहाल सवाल इस बात पर उठता है कि इस तरह के पोस्टर कौन चस्पा कर रहा है। क्या पुलिस के सीसी कैमरे में किसी जगह पर पोस्टर चस्पा करने वाले कैद हुए होंगे या नहीं।
क्या कहते हैं जानकार…
जानकारों का कहना है कि मोटी कमाई के लालच से युवकों को सावधान रहना चाहिए, क्योंकि लालच से धोखा मिलता है। अगर इस तरह के गिरोह की चपेट में आए तो चंगुल से छुटना आसान नहीं होता। मसलन, वेश्यावृति में दाखिल होने के बाद बेहद ही कम मामलों में महिलाएं वापस सामान्य जीवन में लौट पाती हैं। ठीक इसी तरह से पुरुष सैक्स वर्कर भी चंगुल में फंसने के बाद जीवन बर्बाद कर सकते हैं।
क्या होते हैं जिगोलोज…
दरअसल वेश्यावृति में जिस तरह से महिलाओं को शारीरिक संबंध के लिए भेजा जाता है। ठीक इसी के विपरीत जिगोलो शब्द मर्दों के लिए इस्तेमाल होता है। साफ शब्दों में कहें तो महिलाओं की डिमांड पर पुरुषों की सप्लाई की जाती है।