एमबीएम न्यूज़/शिमला
हिमाचल प्रदेश में स्वाइन फ्लू का वायरस लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। प्रदेश के विभिन्न इलाकों में यह वायरस तेजी से पैर पसार रहा है, और जानलेवा भी साबित हो रहा है। हिमाचल में जनवरी महीने में अब तक स्वाईन फलू से तीन व्यक्तियों की मौत हो चुकी है और दो दर्जन के करीब लोग इससे ग्रसित हुए हैं। बुधवार को आईजीएमसी शिमला में पांच मरीजों में स्वाइन फलु की पुष्टि हुई। आईजीएमसी के एमएस डॉक्टर जनक राज ने बताया कि स्वाइन फलू से पीडि़त दो मरीज शिमला और एक कुल्लू, सोलन व बिलासपुर से हैं। इनमें दो महिलाएं व तीन पुरूष हैं। स्वाइन फ्लू के बढ़ते कहर से सरकार भी हरकत में आ गई है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज शिमला में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हिमाचल प्रदेश में स्वाइन फ्लू की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य संस्थानों में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस संबंध में लोगों को शिक्षित करने के लिए सूचना, शिक्षा और संचार अभियान नियमित रूप से चलाए जाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत कराया गया कि हिमाचल प्रदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थान स्वाइन फ्लू से निपटने के लिए पूरी तरह सक्षम हैं तथा इन संस्थानों में एंटी वायरल ड्रग्स पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इंदिरा गांधी चिकित्सा महाविद्यालय शिमला, डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज टांडा और केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली में मौसमी फ्लू के परीक्षण की सुविधाएं उपलब्ध हैं।